रामनगर / वाराणसी रविवार को रामनगर किले में रामलीला के मुख्य स्वस्र्पों की भूमिका हेतु बच्चों का चयन किया गया। रामनगर किले में रविवार की शाम साढ़े चार बजे कुंवर अनंत नारायण सिंह की उपस्थिति में मुख्य स्वरूपों के चयन के लिए स्वर परीक्षा का आयोजन किया गया। किले के जवाहिरखाने के ऊपर खुले छत पर आयोजित इस स्वर परीक्षा में वाराणसी, चंदौली, मिर्जापुर आदि जिलों के 26 बच्चों ने भाग लिया। इन बच्चों से श्लोक, मानस की चौपाइयां सुन कर इनकी आवाज और कंठ की मिठास और बाल सुलभ कमनीयता परखी गई। इसके बाद कुँवर की सहमति के बाद पांच बच्चों के चयन पर अंतिम मुहर लगी। चयन के मुताबिक धानापुर चंदौली के गौरव उपाध्याय श्रीराम की भूमिका निभाएंगे। चंदौली के ही दिव्यांशु चौबे को सीता की भूमिका के लिए चयनित किया गया। देवरिया मिर्जापुर के रुद्र तिवारी भरत की भूमिका के लिए सही विकल्प मिले तो लक्ष्मण की भूमिका निभाने की जिम्मेदारी चंदौली के आदित्य पाठक को मिली। वहीं शत्रुध्न की भूमिका में मुगलसराय के सूरज पाठक दिखेंगे। आम तौर पर स्वर परीक्षा दो चरणों मे आयोजित की जाती है लेकिन पहले ही दौर में योग्य बच्चों के मिल जाने से उनका अंतिम रूप से चयन कर लिया गया। स्वर परीक्षा के दौरान रामलीला व्यास रघुनाथ दत्त, संपत राम भी मौजूद थे। चयनित सभी बालक 15 वर्ष से कम आयु के हैं।