अंबेडकरनगर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी (एसीएमओ) डा. रामानंद सिद्धार्थ ने विभागीय अव्यवस्था से तंग आकर अपने पद से त्यागपत्र देने की चेतावनी भरा पत्र सीएमओ को भेजा है। सात दिनों में समस्या का निस्तारण नहीं होने पर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी पद से त्यागपत्र देने की बात कही है। स्वास्थ्य विभाग में इससे खलबली मची है। मामले की जांच सीडीओ घनश्याम मीणा कर रहे हैं। एसीएमओ ने बताया कि सीएमओ डा. श्रीकांत शर्मा को सभी समस्याओं से अवगत कराया गया था। इसमें कार्यालय की स्थापना के लिए कक्ष मांगा गया था। कक्ष संख्या 15 में आंशिक स्थान दिया गया, लेकिन संसाधन मुहैया नहीं कराए गए। इस कक्ष में अभी जन्म और मृत्यु का अनुभाग संचालित है। इससे नियमित टीकाकरण में दिक्कत आ रही है। वाहन की सुविधा भी नहीं मुहैया कराई गई। पटल सहायक तथा लेखा लिपिक की तैनाती भी नहीं की गई। कर्मियों को समय से भुगतान नहीं किया जा रहा है। शासन की समीक्षा में असहज स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। डाटा इंट्री आपरेटर कई महीने से अनुपस्थित चल रहा है। इसपर आपत्ति जताने के बाद भी विभाग से उसका वेतन भुगतान कर दिया। आपरेटर को मनमाने तरीके से अन्य कार्यक्रम में संबद्ध कर दिया गया। इससे जिला प्रतिरक्षण विभाग की रिपोर्टिंग अस्त-व्यस्त है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत जिला कार्यक्रम प्रबंधन इकाई की स्थापना कार्यक्रम विशेषज्ञ के रूप में हुई है, लेकिन कार्यक्रम नियोजन, क्रियान्वयन, रिपोर्टिंग, मूल्यांकन और अनुश्रवण में कोई सहयोग नहीं मिलता। इन स्थितियों में सुधार के लिए चार माह बाद भी एसीएमओ के पत्र पर विचार नहीं किया गया।