हिमाचल प्रदेश, जिला सोलन: शहर के मालरोड पर रतनजीस स्वीट्स शॉप में हर दिन 1000 से ज्यादा समोसे की बिक्री होती है। वहीं ग्राहकों की मानें तो उनका कहना है कि शहर भर में अनेकों समोसे का स्वाद चखा, लेकिन जिस प्रकार का समोसे का स्वाद यहां मिला, ऐसे समोसे कहीं भी नहीं। वह अपने परिचितों को भी इसी दुकान का नाम बताते हैं।
यह माना जाता है कि समोसा भारतीय पकवान है, लेकिन जानकारों के मुताबिक समोसा ईरान से आया है। इसका नाम समोसा फारसी भाषा के संबुश्क से निकला है। समोसे का पहली बार जिक्र 11वीं सदी में फारसी इतिहासकार अबुल फज़ल बेहाक़ी की लेखनी में मिला था। उन्होंने गज़ऩवी साम्राज्य के शाही दरबार में पेश की जाने वाली नमकीन चीज़ का जिक्र किया है जिसमें कीमा और सूखे मेवे भरे होते थे। इसे तब तक पकाया जाता था, जब तक कि ये खस्ता न हो जाए। 16वीं सदी में पुर्तगालियों के आलू लाने के बाद समोसे के में इसका इस्तेमाल शुरू हुआ।
रत्न चंद की रिपोर्ट
ID 151049876
Date- 18/10/2021