गाजियाबाद/मुरादनगर। गांव मोहम्मदाबाद से 15 अप्रैल को लापता हुए ऋषिपाल के भाई ने गांव के ही चार लोगों के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर हत्या का केस दर्ज कराया है। आरोप है कि अवैध संबंधों के विरोध पर ऋषिपाल को अगवा करने के बाद हत्या कर शव ठिकाने लगा दिया गया। उसने संदिग्ध आरोपी से जानकारी ली तो उसने तैश में आकर हत्या की बात कबूलते हुए उसके साथ मारपीट की। पीड़ित ने ऋषिपाल की पत्नी को भी हत्या में शामिल बताया है। मुरादनगर पुलिस का कहना है कि विवेचना में जो तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
गांव मोहम्मदाबाद निवासी नरेश का कहना है कि उनका भाई ऋषिपाल बीते 15 अप्रैल को संदिग्ध हालात में लापता हो गया था। काफी खोजबीन के बाद भी कोई सुराग न लगने पर उन्होंने 17 अप्रैल को मुरादनगर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। नरेश का कहना है कि कुछ दिन बाद गांव के कल्लू और धर्मवती ने बताया कि 15 अप्रैल की सुबह पांच बजे वह गेहूं काटने जा रहे थे तो ऋषिपाल को गांव का ही दिनेश उर्फ रोहताश बाइक पर ले जा रहा था। ऋषिपाल को एक अन्य व्यक्ति पकड़े हुआ था। नरेश का आरोप है कि उन्होंने दिनेश के घर जाकर पूछताछ की तो वह आगबबूला हो गया और जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए मारपीट करने लगा। आरोप है कि दिनेश ने ऋषिपाल की हत्या करने की बात कहते हुए धमकी दी कि अगर ज्यादा पैरोकारी की तो उन्हें भी ऋषिपाल के पास भेज दिया जाएगा।
अवैध संबंधों में हत्या कर शव ठिकाने लगाया
नरेश का आरोप है कि परिवार की एक महिला से अवैध संबंधों के चलते दिनेश ने अपने साथियों के साथ मिलकर ऋषिपाल की हत्या कर दी और शव ठिकाने लगा दिया। उन्होंने हत्या में ऋषिपाल की पत्नी का भी हाथ होने का आरोप लगाया। पीड़ित का कहना है कि उन्होंने पुलिस में शिकायत दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके चलते कोर्ट की शरण लेनी पड़ी। एसपी ग्रामीण डॉ. ईरज राजा का कहना है कि कोर्ट के आदेश पर चार लोगों को नामजद करते हुए पांच के खिलाफ अपहरण, हत्या, सुबूत मिटाने और एससी/एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।