अंबेडकरनगर ऐसा नहीं है कि चोर पुलिस के खेल में पुलिस भी बदमाशों को पकड़ने में कोई कसर रख रही है परंतु उसके बावजूद भी बदमाश पुलिस के हाथ नहीं लग रहे हैं पुलिस कप्तान क्राइम बैठक के दौरान सभी थाना प्रभारी को यह निर्देश देते हैं कि रात्रिकालीन गस्त बढ़ाई जाए संदिग्धों को हिरासत में लिया जाए , निगरानी शुदा बदमाशों पर नजर रखी जाए , हिस्ट्रीशीटर बदमाशों की लिस्ट तैयार की जाए परंतु अंबेडकर नगर जनपद के थाना प्रभारी बैठक में भाग तो लेते हैं परंतु एक कान सुनते हैं और दूसरे कान से एसपी के निर्देशों को निकाल देते हैं । लगातार जनपद में हो रही चेनस्नेचिग घटना इसका पता अभी तक पुलिस नहीं लगा पा रही है। जनपद में अपराधों की बाढ़ सी आ गई है । जनपद में हत्या तथा चोरी चैन स्नैचिंग के मामले लगातार हो रहे हैं परंतु पुलिस के सक्रिय ना होने से इस पर अंकुश नहीं लग पा रहा है जिससे जनपद की जनता त्रस्त हो चुकी है और पुलिस की व्यवस्था पर सवालिया निशान भी खड़े हो रहे हैं। ।कई बार पुलिस को बदमाशों के पीछे भागने में ही लग जाती है , इसके बावजूद भी बदमाश आंखों में धूल झोक कर निकल जाते हैं। हालाकि पुलिस ने मुखबिरों का तंत्र बिछा रखा है परंतु यह तंत्र भी फिलहाल काम नहीं कर रहा है , कई बार मुखबिर झूठी सूचना भी पुलिस को दे देते जिसके कारण पुलिस को अकारण ही परेशान होना पड़ता है। जनपद में दो -दो ब्लाइंड मर्डर होने के पश्चात भी अभी तक अंबेडकर नगर की पुलिस पता नहीं लगा सकती और तीसरी हत्या आज दिनदहाड़े भीटी थाना क्षेत्र में भी हो गया। क्या अंबेडकरनगर की पुलिस ब्लाइंड मर्डरों का खुलासा कर सकेगी यह अपने आप में एक अहम सवाल है?