केन्द्र सरकार द्वारा पारित कृषि बिलों के विरोध में आठ माह से भी अधिक समय से आंदोलन कर रहे किसानों के प्रति केन्द्र सरकार के उदासीन रवैये से आक्रोशित भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता 64वें दिन भी कोयला टोल प्लाजा पर अनश्चितकालीन धरने पर बैठे रहे।इस दौरान आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने केन्द्र सरकार को जमकर कोसते हुए नारेबाजी व प्रदर्शन भी किया।
केन्द्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानूनों को वापस किए जाने की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन के मंडल उपाध्यक्ष मो तालिब के नेतृत्व में नेशनल हाइवे में कोयला टोल प्लाजा में किसानों का बेमियादी धरना 64वें दिन भी जारी रहा। इस दौरान आक्रोशित किसानों ने केन्द्र सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाते हुए जमकर कोसा तथा नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया। मौजूद किसानों को सम्बोधित करते हुए मो तालिब ने कहा कि कहा कि आठ माह से भी अधिक समय से देश का किसान दिल्ली की सीमाओं पर बैठकर आंदोलन कर रहे हैं और केन्द्र सरकार किसानों से वार्ता को ही तैयार नहीं है और न ही किसान विरोधी कानूनों को वापस ले रही है।किसान भी हार मानने वाले नहीं है और जब तक सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस नहीं ले लेती किसान आंदोलन समाप्त नहीं होगा।किसानों ने भी ठान लिया है कि कृषि कानूनों को वापस कराकर ही वह अपने घर लौटेगें।इस दौरान तहसील अध्यक्ष छिद्दा अली,इरफान हसन,शाकिर अली,शकील अहमद,दिलशाद हुसैन,अब्दुल मुस्तफा,नौशाद,महबूब हसन,राम बहादुर यादव,जगदीप,सतनाम, फिरासत,जीशान,नदीम,साजिद,एजाज,फैजान,फरमान आदि मौजूद रहे।