गजरौला : तिगरी में गंगा के जलस्तर में 20 सेमी का और इजाफा होने से गंगा की गेज 200.00 से बढ़कर 200.25 पर पहुंच गई है। उधर हरिद्वार व बिजनौर बैराज से दूसरे दिन भी एक-एक लाख क्यूसेक से अधिक पानी गंगा में छोड़े जाने से जलस्तर और बढ़ने के साथ सटे गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। हालांकि अभी बाढ़ नियंत्रण खंड विभाग खतरे के निशान को काफी दूरी पर होना ही बता रहा है।
हाल में फिर पहाड़ी क्षेत्रों में अच्छी बारिश होने पर पड़ोसी राज्यों के बैराज से पानी का दबाव कम करने को गंगा में पानी छोड़ा जा रहा है। हरिद्वार व बिजनौर बैराज द्वारा पिछले तीन दिन से पचास हजार क्यूसेक से अधिक ही पानी छोड़ा जा रहा था लेकिन बुधवार की शाम से पानी की मात्रा एक लाख क्यूसेक से ऊपर होने से यहां गंगा फिर उफान की तरफ बढ़ने लगी है।
छह बजे गंगा के जलस्तर में 20 सेमी की बढ़ोतरी होने पर गंगा की गेज 200.25 रिकार्ड की गई। बुधवार की शाम में गेज 200.00 थी। वहीं हरिद्वार व बिजनौर बैराज के द्वारा बुधवार की शाम से गुरुवार की शाम तक एक-एक लाख क्यूसेक से ऊपर पानी गंगा में डिस्चार्ज किया गया है। इससे यहां गंगा से सटे गांवों पर फिर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। हालांकि बाढ़ नियंत्रण खंड विभाग के एसडीओ अजय जैन का कहना है कि गंगा का जलस्तर कुछ और बढ़ने की संभावना है लेकिन बाढ़ की स्थिति अभी नहीं है। चूंकि तिगरी में खतरे का निशान से गंगा से अभी करीब दो मीटर की दूरी पर है। तिगरी में गंगा की गेज-200.25
तिगरी में खतरे का निशान- 202.42 हरिद्वार बैराज से सुबह छह बजे छोड़ा गया पानी- 1,16,592 क्यूसेक
बिजनौर बैराज से सुबह छह बजे छोड़ा गया पानी- 1,52,551 क्यूसेक
हरिद्वार बैराज से दोपहर तीन बजे छोड़ा गया पानी- 1,08,959 क्यूसेक
बिजनौर बैराज से दोपहर तीन बजे छोड़ा गया पानी- 1,26,049 क्यूसेक जलस्तर बढ़ने से इन गांवों पर मंडराया खतरा
गजरौला : अभी पिछले दिनों ही गंगा का जलस्तर बढ़ने पर बाढ़ का पानी दारानगर, शीशोवाली, जाटोवाली, ढाकोवाली, टीकोवाली, भुर्जी की मढैया समेत दर्जन भर गांवों व मझरों तक पहुंच गया था। इनके खेतों व रास्तों में पानी सप्ताह भर तक भरा रहा है। अब फिर इन्हीं गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। इससे ग्रामीणों की दुश्वारियां बढ़ने लगी हैं। वैसे कुछ गांवों के खेतों में पानी पहुंचना आरंभ होना बताया जा रहा है। जनपद अमरोहा से ब्यूरो चीफ जीत पाल सिंह की रिपोर्ट