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प्रतापगढ़ में दुर्घटना से बची मालदा टाउन ट्रेन, ठप रहा मार्ग
  • 151019049 - VISHAL RAWAT 0



 

यूपी के प्रतापगढ़ जिले मालदा से आनंद बिहार जा रही 03435 अप मालदा टाउन एक्सप्रेस ट्रेन प्रतापगढ़ रेलवे स्टेशन पर दुर्घटना ग्रस्त होने से बच गई।सोमवार देर रात 81 नम्बर फाटक पर यह हादसा हुआ है।उस समय ट्रेन फाटक पर खड़ी थी। भंगवा चुंगी साइड से तेज गति से आती हुई ब्रेजा कार फाटक को तोड़ते हुए ट्रेन में घुस गई। इसके बाद कार के परखचे उड़ गये। दुर्घटना प्रतापगढ़-बनारस रेल मार्ग एक घंटे ठप रहा। घटना की जानकारी होने पर रेल महकमे में हड़कंप मच गया। आवासों में सो रहे रेल और पुलिस फोर्स के अधिकारियों के फोन घनघना उठे।लोग गिरते पड़ते मौके पर पहुंचे। कार को ट्रेन से अलग कर आरपीएफ ड्राइवर को पकड़कर थाने ले आई। उसके खिलाफ रेलवे एक्ट की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया। रेल अधिकारियों का कहना है कि कार चालक की लापरवाही से यह हादसा बड़ा हो सकता था। जिसमें यात्रियों की जान भी जा सकती थी। घटना से यात्री किसी अनहोनी से डरे हुये हैं।रेल संपत्ति का नुकसान हुआ है।सड़क के किनारे खड़ी ट्रक में कार का घुसना सुना गया था।खड़ी ट्रेन में कार का घुसना शायद पहली बार सुनने को मिला है। जानकारी के अनुसार मालदा टाउन प्लेटफार्म एक पर खड़ी थी। हमेशा की तरह इसके तीन कोच प्लेटफार्म से बाहर 81 नम्बर गेट तक खड़े थे। उस समय फाटक बंद था। गेटमैन के अनुसार रात करीब 2 बजे लाल रंग की ब्रेजा कार फाटक को तोड़ते कोच में घुस गई। लोहे से टकराने के बाद कार का अगला हिस्सा टुकड़े टुकड़े हो गया। जांच पड़ताल के बाद ट्रेन तीन बजकर आठ मिनट पर प्रतापगढ़ से चली। इस मामले में आरपीएफ इंस्पेक्टर का कहना है कि ब्रेजा कार जिसका नंबर यूपी 72 एएन 5357 है। फाटक तोड़ते हुये मालदा टाउन से टकराई है। इसके चालक बिलाल अहमद ,महुआर कोतवाली नगर की लापरवाही से हादसा हुआ है। उसके खिलाफ रेलवे एक्ट 160 टू, 174, 153 और 145 में मुकदमा पंजीकृत कर जेल भेज दिया गया है। कार को थाने पर लाये हैं। कार नूरजहां पत्नी इश्तेखार महुआर के नाम है।अनहोनी के डर से भागे यात्री टक्कर की आवाज सुनकर कोच में सो रहे यात्री घबरा कर उठ गये। लगा कि कोई अनहोनी हो गई। डरवश कोच से उतरने के लिए भागने लगे। जब तक ठीक नहीं हो गया। यात्री बाहर ही रहे। संयोग था कि ट्रेन खड़ी थी। चलती ट्रेन में ऐसा हुआ होता तो कहानी दूसरी होती।कहीं कोई साजिश तो नहीं..!हादसे को साजिश की नजर से भी देखा जा रहा है। जांच कर रहे अधिकारियों को हादसे से जुड़ी कुछ बातें खटक रही हैं। जैसे हादसे से कुछ देर पहले तक कार की स्पीड नार्मल थी। रेलवे फाटक करीब 100 मीटर रह जाता है। तभी अचानक से उसकी स्पीड इतनी तेज हो जाती है कि फाटक को तोड़ते ट्रेन में घुस जाती है। इस खतरनाक हादसे के बाद कार ड्राइवर का सही सलामत बच निकलना। आगे का हिस्सा चकनाचूर हो गया। ड्राइवर को खरोच तक नहीं आई। कई सवाल खड़े कर रहा है। हालांकि आरपीएफ का कहना है कि बिलाल ने बताया कि उसे नींद गई थी। जिससे टक्कर हुई। वह परिवार के लोगों को उद्योगनगरी ट्रेन पर छोड़कर घर जा रहा था।फ़ास्ट न्यूज़ इंडिया जिला सवांददाता प्रतापगढ़ विशाल रावत 151019049 


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