EPaper LogIn
एक बार क्लिक कर पोर्टल को Subscribe करें खबर पढ़े या अपलोड करें हर खबर पर इनकम पाये।

राजस्थान में सत्ता और संगठन में बड़े बदलाव करेगा कांग्रेस आलाकमान
  • 151113047 - JAYLAL NAGAR 0 0
    26 Jul 2021 10:45 AM



राजस्थान में सत्ता और संगठन में बड़े बदलाव करेगा कांग्रेस आलाकमान कांग्रेस आलाकमान राजस्थान में सत्ता और संगठन में बड़े बदलाव करेगा। मंत्रिमंडल फेरबदल और राजनीतिक नियुक्तियां खुद की मर्जी से करने पर अड़े मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी अब कह दिया कि उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का फैसला मंजूर होगा। सभी विधायकों को 28 और 29 जुलाई को जयपुर में रहने के लिए कहा गया है। दोनों दिन पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी अजय माकन विधायकों से वन टू वन रायशुमारी करेंगे। विधायकों से सत्ता व संगठन के बारे में राय ली जाएगी। मंत्रियों के कामकाज की रिपोर्ट ली जाएगी। सीएम और सचिन पायलट पहले मंत्रिमंडल विस्तार किए जाने के पक्ष में थे, लेकिन आलकमान ने फेरबदल का निर्णय लिया है।

वेणुगोपाल और माकन ने गहलोत को दिया सोनिया का संदेश

सूत्रों के अनुसार, राज्य कांग्रेस में बढ़ती खींचतान, पायलट और गहलोत समर्थकों की सार्वजनिक बयानबाजी पर आलाकमाान ने नाराजगी जताई है। पिछले दिनों राज्य के नेताओं से मिले फीडबैक के बाद सोनिया ने वेणुगोपाल और माकन को शनिवार को जयपुर भेजा। दोनों नेताओं ने देर रात तक सीएम गहलोत के साथ बैठक की। इस बैठक में उन्होंने सीएम को सोनिया की मंशा के बारे में बता दिया। मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों में किन विधायकों व नेताओं को स्थान देना है, यह फैसला आलाकमान करेगा। वेणुगोपाल और माकन के साथ बैठक में गहलोत ने सोनिया की बात मानने के लिए कहा बताया। जयपुर आने से पहले दोनों नेताओं ने दिल्ली में पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की थी। देर रात गहलोत के साथ बैठक खत्म होने के बाद उन्होंने विधायकों व प्रदेश कांग्रेस पदाधिकारियों की रविवार सुबह बैठक बुलाने के निर्देश दिए। बैठक में शामिल हुए नेताओं व विधायकों से एकमत से कहलवाया गया कि उन्हें आलाकमान का फैसला मंजूर होगा।

विधायकों की रायशुमारी को लेकर कयास

28 और 29 तारीख को जयपुर में पार्टी विधायकों की बैठक बुलाकर अलग-अलग रायशुमारी किए जाने की रणनीति को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। कुछ दिग्गज नेताओं का कहना है कि केवल मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों के लिए तो कभी विधायकों से वन-टू-वन राय नहीं मांगी गई। ऐसा पहली बार हो रहा है। यह संभावना है कि आलाकमान गहलोत और पायलट के पक्ष में कितने-कितने विधायक हैं, यह रिपोर्ट तैयार करना चाहता हो।देखे राजस्थान से जयलाल नागर की रिपोर्ट 9982499848

 



Subscriber

187485

No. of Visitors

FastMail

बस्ती - पीएम ने मन की बात में योग, आपात काल और श्रावण मास पर की चर्चा     वाराणसी - झूम के बरसे बादल, लबालब हुए कई क्षेत्र; मानसून आने से किसानों को राहत     हरदोई - यूपी के किसान 31 जुलाई से पहले करवा लें फसल बीमा, नहीं तो पछताना पड़ेगा     अयोध्या - एक महीने में श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे रामजन्मभूमि परिसर के सभी मंदिर     नई दिल्ली - ऑफिस में REEL देखने वाले हो जाएं सावधान, रखी जा रही है कड़ी नजर जा सकती है नौकरी     बंगाल - लॉ कॉलेज गैंगरेप केस में उठे सवाल, महिला आयोग की टीम ने लगाए कई आरोप     भुवनेश्वर - पुरी रथ यात्रा भगदड़ मामले SP-DM का ट्रांसफर और पुलिस अधिकारी निलंबित