उत्तराखंड के जिला ऊधम सिंह नगर के बाज़पुर में उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्क्स यूनियन के बैनर तले आशाओं ने अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन सीएमएस डॉ०पंकज माथुर को सौपा। बतादें कि उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्क्स यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष रीता कश्यप के नेतृत्व में दर्जनों आशा कार्यकर्ती बाज़पुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुँची और अपनी 12 सूत्रीय मांगों का मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन सीएमएस डॉ.पंकज माथुर को सौपा। इस दौरान उत्तराखंड आशा हैल्थ वर्क्स यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष रीता कश्यप ने बताया कि आशा वर्करों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा और न्यूनतम 21000 वेतन लागू किया जाए जब तक मासिक वेतन और कर्मचारी का दर्जा नहीं मिलता तब तक आशा को भी अन्य स्कीम वर्क्स की तरह मासिक मानदेय फिक्स किया जाए। सेवा नियुक्त होने पर पेंशन का प्रावधान किया जाए जिन आशाओं की पैदल दूरी करते दुर्घटनाओं की स्थिति में उनके लिए एकमुश्त पैकेज की घोषणा की जाए। कोविड-19 में लगी आशा वर्करों की 50 लाख का जीवन बीमा और 10 लाख का स्वास्थ्य बीमा लागू किया जाए उन्होंने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर में कार्य करने बाली आशाओं को दस हजार मासिक,कोरोना भत्ता, पचास लाख का बीमा, ड्यूटी के दौरान सुरक्षा उपकरण, परिवार के सदस्यों को प्राथमिकता पर कोविड वैक्सीन लगनी चाहिए उन्होंने बताया कि आशाएँ कोविड काल में बिना स्वास्थ्य सुरक्षा और कोरोना भत्ता के फ्रंट लाइन वर्कर के रूप कार्य कर रही है।सरकार आशाओ को फ्रंटलाइन वर्कर मानती है लेकिन न्यूनतम वेतन नही देती। उन्होंने कहा कि आशाओं पीपीई किट तो छोड़िए मास्क, सैनिटाइजर, ग्लब्स तक मुहैया नहीं कराये जाते है जोकि स्वयं खरीदने पड़ते है।देखें बाज़पुर से मोहम्मद शहीद की रिपोर्ट 151110606