EPaper LogIn
एक बार क्लिक कर पोर्टल को Subscribe करें खबर पढ़े या अपलोड करें हर खबर पर इनकम पाये।

महाराणा प्रताप की जयंती पर गोष्ठी का हुआ आयोजन।
  • 151022222 - MOHIT GUPTA 0 0
    09 May 2021 22:47 PM



यूपी के कासगंज जनपद गंजडुंडवारा नगर के कैनाल रोड स्थित अखिल भारतीय मीडिया फाउंडेशन के कार्यालय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया।इस अवसर पर फाउंडेशन के जिलाध्यक्ष अनिल राठौर ने महाराणा प्रताप के जीवन के बारे में बताया कि महाराणा प्रताप की जयंती विक्रमी संवत् कैलेंडर के अनुसार प्रतिवर्ष ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष तृतीया को मनाई जाती है। राजस्थान के कुंभलगढ़ में महाराणा प्रताप का जन्म महाराजा उदयसिंह एवं माता राणी जीवत कंवर के घर 9 मई, 1540 को हुआ था।देशभक्ति और स्वाभिमान की अनूठी मिसाल वीर शिरोमणि की उपमा से सुशोभित महाराणा प्रताप 27 वर्ष की उम्र में शासन संभालने के बाद संकल्प के साथ मेवाड़ को मुगलों से मुक्त रखने के लिए 30 वर्षो तक जंगलों, गुफाओं में रहकर और मुश्किलों में घास की रोटी खाकर संघर्षरत रहे। हल्दीघाटी युद्ध को भारत की थर्मोपॉली कहा जाता है। भारत का आधा राज्य देने तक का भी प्रलोभन भी उन्हें तनिक झुका न सका। प्रताप की यशोगाथा बनाने में भीलों का महत्वपूर्ण योगदान रहा और हल्दीघाटी के जग विख्यात युद्ध में जी जान से लड़े। कुछ घंटों तक चले युद्ध में निर्णायक विजय किसी को भी हासिल नहीं हो सकी। इसी युद्ध में महाराणा प्रताप के सहयोगी झाला मान, हाकिम खान, ग्वालियर नरेश राम शाह तंवर सहित देश भक्त कई सैनिक देशहित में बलिदान हुए। उनके प्रसिद्ध घोडे चेतक ने खुद घायल होकर भी अपनी स्वामिभक्ति का परिचय दिया और महाराणा प्रताप के जीवन की रक्षा कर अपने प्राणों की आहुति दे दी। जहां सैनिकों का रक्त बहा वह स्थल रक्त तलाई कहलाता है।इस अवसर पर अनिल राठौर ,प्रतीक अग्रवाल,शिवशंकर गुप्ता, मुकेश अग्रवाल, पंकज सिंह फौजी,अजय कुमार शाक्य,कृतज्ञ यशोलिया, सोमवीर सिंह,,उपस्थित रहे। कासगंज से मोहित गुप्ता की रिपोर्ट 151022222,


Subscriber

188099

No. of Visitors

FastMail