पुलिस की कार्यशैली से परेशान दंपति ने बिलासपुर रेंज के आईजी कार्यालय में आत्महत्या की दी चेतावनी
छत्तीसगढ़ के बिलाशपुर जिले से जहा , राज्य में इन दिनों पुलिस की छवि धूमिल होती जा रही है, । छत्तीसगढ़ का कोई भी जिला हो हर स्थान में पुलिस का रवैया कुछ इसी तरह का नजर आ रहा है । ,ताजा मामला जांजगीर जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र का है ,जहाँ निवास करने वाले डाक्टर के के शर्मा ने अपनी 54 डिसमिल का सौदा किया था, नितेश यादव और कृष्ण कुमार यादव ने डाक्टर को जमीन के बदले में अपना मकान देने की बात कह कर ,के के शर्मा को तीन महीने पहले ही मकान का कब्जा सौंप दिया था, । लेकिन जब रजिस्ट्री का समय आया तो यादव ने डाक्टर की गैरमौजदगी में पहले तो मकान। का ताला तोड़ा और फिर जबरन कबजा कर लिया ,। और जब डाक्टर,,अपनी पत्नी के साथ वापिस जांजगीर लौटे तो उन्हें घर का ताला टूटा मिला, अंदर जा के देखा तो नितेश यादव अपने तीन चार साथियों के साथ घर के अंदर मौजूद था । जब डाक्टर ने विरोध करना चाहा तो नितेश ने पहले तो गाली गलौज की, और मारपीट कर बुजुर्ग दंपति को भगा दिया । जिसके बाद पीड़ित दंपति इंसाफ के लिए कोतवाली थाना पहुंचे लेकिन थानेदार ने उनकी एक नहीं सुनी, और नितेश को थाने बुलवा कर अपने ही सामने थाने में धमकी तक दिलवा दी ,। इतना ही नहीं दबंगों ने थानेदार के सामने ही उनके थाने में ही डॉक्टर दंपति को जान से मारने की धमकी भी दे डाली।, डॉक्टर दंपत्ति का आरोप है की नितेश यादव ने ना जबरन केवल मकान में कब्जा किया बल्कि उनके घर में रखें जेवर और सामान पर भी कब्जा कर लिया है।दंपति का कहना है कि उनके घर में ₹50000 नकद रखे हुए थे और इस काम के कागज भी रखे हुए थे ,जिन्हें नितेश यादव ने अभी तक वापस नहीं किया है। जांजगीर पुलिस से सहयोग नहीं मिलने पर पीड़ित दंपत्ति बिलासपुर रेंज के आईजी दफ्तर पहुंच कर अपनी आपबीती सुनाई और लिखित शिकायत में थानेदार के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की मांग की इंसाफ नहीं मिलने पर पीड़ित दंपति ने आत्महत्या की धमकी भी दी है। देखे बिलासपुर से लता गुप्ता का रिपोर्ट