20.37लाखरुपए की वैक्सीन को अनुपयोगी होने से बचाया
- 151084398 - ANURAG MISHRA
0
जिले के सरकारी अस्पतालों में वैक्सीन को सुरक्षित रखने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क (ई-विन) बेहद मददगार साबित हो रहा है। कोरोना संक्रमण के चलते लाकडाउन में टीकाकरण न होने की वजह से टीकाकरण में प्रयुक्त होने वाली वैक्सीन को बचाने की चुनौती थी। ई-विन एप के जरिए जनपद में इस लॉकडाउन के दौरान लगभग 20.37 लाख रुपए कीमत की वैक्सीन को अनुपयोगी होने से बचा लिया गया। जनपद में 10 कोल्ड चेन स्टोर संचालित हैं।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ शिशिर पुरी ने बताया कि भारत सरकार की देखरेख में यूएनडीपी द्वारा स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से चलाए जा रहे ई-विन परियोजना से वैक्सीन की आनलाइन निगरानी की जा रही है। कोविड-19 के समय लॉकडाउन में टीकाकरण पर रोक लगाने के कारण वैक्सीन का प्रयोग नहीं किया जा रहा था। ऐसे में ई-विन एप के जरिये की गयी निगरानी के तहत जनवरी 2020 से अब तक लगभग 20.37 लाख रुपए कीमत की वैक्सीन खराब होने से बचाई गई है। इस मोबाइल एप्लिकेशन से सभी कोल्ड चेन में उपलब्ध वैक्सीन की आनलाइन मानीटरिंग हो रही है।