मैड्रिड स्पेन में समुद्र किनारे ऊंची लहरों और तेज हवाओं का कहर, तट पर खड़े चार लोगों की मौत नई दिल्ली छिछोरे के एसिड हुए सड़क दुर्घटना का शिकार, फिल्म में निभाया था Sushant Singh Rajput के जिगरी यार का किरदार नई दिल्ली कोई कह रहा साजिश तो कोई उठा रहा यूपी सरकार पर सवाल, मुख्तार अंसारी की मौत पर नई दिल्ली 2047 तक भारत विकसित राष्ट्र बनने के लिए 9-10 फीसदी की दर से विकास की जरूरत,अमिताभ कांत ने कही बड़ी बात नई दिल्‍ली 45 रन बनाते ही ऑरेंज कैप अपने नाम कर लेंगे Virat Kohli, टॉप-5 की लिस्‍ट में हुए जबरदस्‍त बदलाव नई दिल्ली आज नहीं होगी शेयर की खरीद-बिक्री, Good Friday के मौके पर बंद है स्टॉक मार्केट नई दिल्ली Mahindra Thar 5-Door से 15 अगस्त को उठ सकता है पर्दा, पहले से बदल जाएगी ये Off-Road SUV नई दिल्ली राजस्‍थान रॉयल्‍स को लगातार दूसरी जीत का भी नहीं मिला फायदा मुंबई इंटरनेट की वजह से स्टार्स की लाइफ बनी तमाशा, Raveena Tandon ने बताया- लोगों के मन में नहीं है जिज्ञासा
EPaper SignIn
मैड्रिड - स्पेन में समुद्र किनारे ऊंची लहरों और तेज हवाओं का कहर, तट पर खड़े चार लोगों की मौत     नई दिल्ली - छिछोरे के एसिड हुए सड़क दुर्घटना का शिकार, फिल्म में निभाया था Sushant Singh Rajput के जिगरी यार का किरदार     नई दिल्ली - कोई कह रहा साजिश तो कोई उठा रहा यूपी सरकार पर सवाल, मुख्तार अंसारी की मौत पर     नई दिल्ली - 2047 तक भारत विकसित राष्ट्र बनने के लिए 9-10 फीसदी की दर से विकास की जरूरत,अमिताभ कांत ने कही बड़ी बात     नई दिल्‍ली - 45 रन बनाते ही ऑरेंज कैप अपने नाम कर लेंगे Virat Kohli, टॉप-5 की लिस्‍ट में हुए जबरदस्‍त बदलाव     नई दिल्ली - आज नहीं होगी शेयर की खरीद-बिक्री, Good Friday के मौके पर बंद है स्टॉक मार्केट     नई दिल्ली - Mahindra Thar 5-Door से 15 अगस्त को उठ सकता है पर्दा, पहले से बदल जाएगी ये Off-Road SUV     नई दिल्ली - राजस्‍थान रॉयल्‍स को लगातार दूसरी जीत का भी नहीं मिला फायदा     मुंबई - इंटरनेट की वजह से स्टार्स की लाइफ बनी तमाशा, Raveena Tandon ने बताया- लोगों के मन में नहीं है जिज्ञासा    

Chandrayaan-2 ISRO प्रमुख ने बताया अगला प्‍लान
  • 151000001 - PRABHAKAR DWIVEDI 0



बेंगलुरू। इसरो प्रमुख के. शिवन ने शनिवार को बताया कि चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर अच्‍छी तरह से काम कर रहा है। ऑर्बिटर में आठ इंस्‍ट्रूमेंट होते हैं जो सटीकता से काम कर रहे हैं। उन्‍होंने परोक्ष रूप से यह भी साफ कर दिया कि अब लैंडर विक्रम से उम्‍मीदें खत्‍म हो गई हैं। उन्‍होंने आगे कहा कि हम लैंडर विक्रम के साथ संपर्क स्थापित नहीं कर पा रहे हैं। हमारी अगली प्राथमिकता गगनयान मिशन है। छा जाएगा अंधेरा चंद्रमा पर दिन ढलने के साथ ही शनिवार को रात का अंधेरा छा जाएगा और इसके साथ ही लैंडर का जीवन खत्म हो जाएगा। चंद्रमा की सतह पर लैंडर विक्रम की जिंदगी सिर्फ एक चंद्र दिवस (पृथ्वी के 14 दिन के बराबर) थी। बीते सात सितंबर को चंद्रमा की सतह पर लैंडिंग से महज 2.1 किलोमीटर पहले ही इसका धरती पर स्‍थापित केंद्र से संपर्क टूट गया था। लैंडर विक्रम से उम्‍मीदें खत्‍म इसरो ने कहा था कि चंद्रमा पर रात होने के बाद लैंडर में लगी बैटरी चार्ज नहीं हो सकेगी और एकबार स्‍लीप मूड में जाने के बाद यह दोबारा सक्रिय नहीं हो सकेगा। दोबारा संपर्क स्‍थापित होने के लिए 14 दिन बेहद अहम मानें जा रहे थे। इसलिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों ने उम्‍मीद नहीं छोड़ी थी और वे लगातार लैं‍डर विक्रम से संपर्क स्थापित करने की कोशिशों में जुटे थे। लेकिन अब इसरो चीफ ने साफ कर दिया है कि अंतिम दिन भी लैंडर विक्रम से संपर्क स्‍थापित नहीं हो पाया है। खराब हो जाएंगे लैंडर के उपकरण कारण यह है कि इसके बाद चांद के दक्षिणी ध्रुव पर रात हो जाएगी। यहां रात के दौरान तापमान बहुत नीचे चला जाता है। कई बार तापमान शून्य से 200 डिग्री नीचे तक चला जाता है। लैंडर और उसके अंदर फंसे रोवर पर जो वैज्ञानिक उपकरण लगे हैं, उन्हें इतने कम तापमान पर काम करने लायक नहीं बनाया गया है। इस तापमान तक आते-आते कई उपकरण हमेशा के लिए खराब हो जाएंगे। चांद के दिन और रात धरती के 14-14 दिन के बराबर होते हैं। दक्षिणी ध्रुव पर पानी, बर्फ और मिनरल्स ढूंढ़ रहे एडवांस्ड पेलोड भारत के मिशन चंद्रयान-1 से चंद्रमा पर पानी की मौजूदगी का पता चला था। अब चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर से कई उम्‍मीदें हैं। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि चंद्रमा पर हीलियम-3, प्लैटिनम और पैलेडियम जैसे मूल्यवान पदार्थ हो सकते हैं। ऑर्बिटर पर लगाए गए आठ एडवांस्ड पेलोड दक्षिणी ध्रुव पर पानी, बर्फ और मिनरल्स ढूंढ़ रहे हैं।इसरो प्रमुख की मानें तो ऑर्बिटर पहले से निर्धारित एक साल की तुलना में सात साल तक चांद की परिक्रमा करके प्रयोगों को अंजाम देता रहेगा। 98 फीसद लक्ष्‍यों को किया हासिल इसरो प्रमुख के. सिवन ने बताया कि भले ही लैंडर विक्रम से हम संपर्क स्‍थापित नहीं कर पाए लेकिन मिशन चंद्रयान-2 के 98 फीसद लक्ष्‍यों को ह‍ासिल कर लिया गया है। इस मिशन के दो हिस्‍से थे। पहला विज्ञान (science) जबकि दूसरा तकनीकि प्रदर्शन (technology demonstration) था। हमनें विज्ञान नाम के हिस्‍से के सभी लक्ष्‍यों को हासिल कर लिया है। हमारे वैज्ञानिक, यह पता लगाने की कोशिशों में जुटे हुए हैं कि आखिर में चूक कहां हुई। हमारा अगली प्राथमिकता गगनयान मिशन को लेकर है।

Subscriber

173808

No. of Visitors

FastMail

मैड्रिड - स्पेन में समुद्र किनारे ऊंची लहरों और तेज हवाओं का कहर, तट पर खड़े चार लोगों की मौत     नई दिल्ली - छिछोरे के एसिड हुए सड़क दुर्घटना का शिकार, फिल्म में निभाया था Sushant Singh Rajput के जिगरी यार का किरदार     नई दिल्ली - कोई कह रहा साजिश तो कोई उठा रहा यूपी सरकार पर सवाल, मुख्तार अंसारी की मौत पर     नई दिल्ली - 2047 तक भारत विकसित राष्ट्र बनने के लिए 9-10 फीसदी की दर से विकास की जरूरत,अमिताभ कांत ने कही बड़ी बात     नई दिल्‍ली - 45 रन बनाते ही ऑरेंज कैप अपने नाम कर लेंगे Virat Kohli, टॉप-5 की लिस्‍ट में हुए जबरदस्‍त बदलाव     नई दिल्ली - आज नहीं होगी शेयर की खरीद-बिक्री, Good Friday के मौके पर बंद है स्टॉक मार्केट     नई दिल्ली - Mahindra Thar 5-Door से 15 अगस्त को उठ सकता है पर्दा, पहले से बदल जाएगी ये Off-Road SUV     नई दिल्ली - राजस्‍थान रॉयल्‍स को लगातार दूसरी जीत का भी नहीं मिला फायदा     मुंबई - इंटरनेट की वजह से स्टार्स की लाइफ बनी तमाशा, Raveena Tandon ने बताया- लोगों के मन में नहीं है जिज्ञासा