पुलिस की दबंगई धीरज राना उर्फ धीरू की मौत
- 151021423 - MAHINDER PAL SINGH
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उत्तराखंड के उधमसिंह नगर सितारगंज थाना क्षेत्र सिडकुल पुलिस चौकी मे छात्र धीरज राना उर्फ धीरू की मौत पुलिस हिरासत में होना पुलिस की दबंगई का एक घिनौना खेल है बता दे की सिसोना गांव मे राजा सिह के घर 8 जुलाई को चोरी हुई थी पुलिस चोरी की पुछताछ के लिए धीरज राना को 10 जुलाई लगभग दोपहर 12 बजे गांव सिसौना से लेकर गई पुलिस ने उसके घर पर भी सूचना नही दी अगले दिन 11 जुलाई को दोपहर के बाद धीरज राना की सदिग्ध परिस्थिति मे सिडकुल पुलिस चौकी की हवालात मे मौत हो गई पुलिस का कहना है कि धीरज ने अपनी शर्ट से फन्दा बनाया और फासी लगा ली हवालात मे मौत की सूचना मिलते ही एस पी बरिदर सिह उधमसिंह नगर चौकी पहुचकर धीरज राना के शव का पँचनामा कराकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया इस घटना का जिम्मेदार पुलिस की लापरवाही बताते हुए पुरी सिडकुल पुलिस चौकी को सस्पेंड कर दिया पुलिस चौकी मे फांसी लगाकर मौत की सूचना मिलते ही सितारगंज कोतवाल सुधीर कुमार, क्राइम ब्रांच के एस पी प्रमोद कुमार, एस डीएम मनीष बिष्ट, सी ओ सुरजीत सिंह, घटना स्थल पर पहुंचे और मृतक के पिता को बुलवाकर जानकारी दिये तब मृतक के पिता विरेन्द्र राना ने कहा कि मेरे बेटे को पुलिस ने मारा है जब पुलिस मेरे बेटे को गांव से लेकर गई तो हमें कोई सूचना नहीं दी पुलिस कहती हैं कि धीरज ने अपने आप अपनी शर्ट से फांसी लगाई है जब हम सिडकुल पुलिस चौकी पहुंचे तो मेरा बेटा हवालात के फर्श पर मृत पडा था पुलिस धीरज को पूछताछ के लिए लायी थी तो उसे 24 घंटे से ज्यादा हवालात मे कयो रखा गया हवालात मे न तो कोई पँखा है और न ही कोई कुन्डा है पुलिस ने धीरज को फांसी से लटकने की कोई भी न तो फोटोग्राफी की और नही विडियों बनायी ये हवालात मे पहली मौत नही है 10 सालो मे ये पाचवीं मौत है जो पुलिस की दबंगई और लापरवाही से होती हैं पीछे के कई मामलों में पुलिस वालों पर मुकदमा भी लिखा गया और उन्हें जेल भी भेजा गया धीरज राना की हत्या पुलिस की दबंगई से हुई हैं सिडकुल पुलिस चौकी के चौकी इनचार्ज पँकज मेहर, कास्टेबल महेंद्र डगवाल, कास्टेबल कमल पाल, कास्टेबल पूरन राम आर्य, कास्टेबल विनोद जोशी पर धारा 302, 342 आई पीसी का मुकदमा लिखा गया है धीरज राना के दादा कृष्णा राना व पिता विरेन्द्र राना व माता का कहना है की मेरे बेटे धीरज राना की हत्या हुई है हत्यारे पुलिस वाले है विरेन्द्र राना के दो पुत्र व दो बेटियां है एक बेटी की शादी कर चुके हैं दो बेटे धीरज राना व शुभम राना थे धीरज राना अब नही रहा माँ बाप और दादा भाई बहनो पर क्या गुजर रहा है वह उनका कलेजा ही जान रहा हैं सिर्फ उत्तराखंड पुलिस की दबंगई ने घर का चिराग ही बुझा दिया अब इंतजार न्याय का है ये पुलिस की दबंगई है न जाने कब तक चलता रहेगा