हिमाचल प्रदेश, जिला हमीरपुर, उपमंडल भोरंज: केंद्रीय सोशल जस्टिस एवं पावरमैंट मंत्रालय की प्रायोजित बाबू जगजीवन राम छात्रावास योजना के तहत मिले औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान भोरंज को 24 लाख रुपए करीब एक वर्ष बाद भी खर्च नहीं हुए हैं। ऐसे में इस राशि को सवालिया निशान उठने लगे हैं। सनद रहे कि केंद्र सरकार की इस योजना का उद्देश्य विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने के लिए समर्थ बनाना है और उन्हें प्रोत्साहित करना है। यह योजना बालक-बालिकाओं के छात्रावास के लिए तृतीय पंचवर्षीय योजना से लागू है। चौंकाने वाला विषय है कि राज्य सरकारें व संघ राज्य क्षेत्र प्रशासनों केंद्रीय तथा राज्य विश्वविद्यालय व तकनीकी प्रशिक्षण संस्थानों के लिए छात्रावास भवनों के निर्माण के लिए प्रति वर्ष केंद्र सरकार बजट जारी करती है लेकिन समय पर यह राशि खर्च न होने पर विभागीय अधिकारियों की जवाबदेही समय पर सामने नहीं आती है। औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान भोरंज से जुड़े सूत्रों से पता चला है कि केंद्र से इस योजना के तहत छात्रावास निर्माण के लिए 1 करोड़ 94 लाख रुपए आए थे, जिसके तहत छात्रावास का निर्माण तो कर दिया गया लेकिन अभी कैंपस, बाऊंड्री वाल व सौंदर्यीकरण इत्यादि के कार्य के लिए 24 लाख रुपए खर्च होने थे लेकिन करीब एक वर्ष की अवधि होने पर भी यह राशि खर्च नहीं हो रही है। हालांकि निदेशालय के हवाले से मंत्रालय ने भी तर्क दिया है कि छात्रावासों की व्यवस्था में सुधार करने और खामियां दूर करने की सलाह दी गई है, जिसका मंत्रालय ने भी ब्यौरा मांगा है।
रोशन लाल शर्मा की रिपोर्ट
ID - 151065245
Date- 07/12/2021