यूपी के जनपद रामपुर मैं । प्राचीन आयुर्वेदिक और यूनानी चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा देने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। गांव में बने इन चिकित्सा पद्धति वाले अस्पतालों में योग सेंटर भी बनाए जा रहे हैं। यहां आने वाले मरीजों को दवा के साथ योग की भी सलाह दी जा रही है।
जिले में अभी तीन अस्पतालों में योग सेंटर चल रहे हैं, जहां योग प्रशिक्षक रोजाना लोगों को योग करा रहे हैं। जिले में 13 आयुर्वेदिक और छह यूनानी अस्पताल हैं। आयुष मंत्रालय की ओर से इन अस्पतालों में योग वेलनेस सेंटर खोले जा रहे हैं। वर्तमान में जिले में तीन अस्पतालों में योग वेलनेस सेंटर चल रहे हैं। इनमें यूनानी चिकित्सालय पटवाई, आयुर्वेदिक चिकित्सालय मिलक और मिलक के ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में योग वेलनेस सेंटर चलाए जा रहे हैं। यहां एक-एक योग प्रशिक्षक नियुक्त किए गए हैं, जो लोगों को योग सिखाते हैं। इसके अलावा जिले में चार आयुर्वेदिक अस्पतालों मानपुर स्वार, बिलासपुर, दोमहला रोड और मिलक में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर योग का प्रशिक्षण देने की कवायद चल रही है। यहां महिला और पुरुष योग प्रशिक्षक नियुक्ति किए जाएंगे। इनमें मानपुर गांव स्थित राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय में योग प्रशिक्षक नियुक्त हो चुके हैं, जो लोगों को योग का प्रशिक्षण दे रहे हैं। क्षेत्रीय आयुर्वेदिक यूनानी अधिकारी डा. सुशील कुमार गुप्ता बताते हैं कि योग का प्रशिक्षण मुफ्त दिया जाता है। अस्पताल में आने वाले मरीजों को दवा के अलावा चिकित्सक योग की सलाह भी देते हैं। योग प्रशिक्षक की बातसामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मिलक में बने योग वेलनेस सेंटर पर नियुक्त शिक्षिका प्रतीक्षा सक्सेना बताती हैं कि शरीर को स्वस्थ रखने के लिए योग जरूरी है। वेलनेस सेंटर में नियमित योग की क्लास लगती है। महिला, पुरुष और बच्चे यहां आकर योगासन करते हैं। हम उन्हें सूर्य नमस्कार, प्राणायाम, अनुलोम-विलोम, कपालभाति, वज्रासन, गौमुखासन, मकरासन आदि सिखाते हैं।