नौकरी करने गए युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत
भीरपुर - करछना थाना के भीरपुर रिपोर्टिंग पुलिस चौकी के अंतर्गत हथसरा टिकुरी गांव निवासी रामबली पटेल 32 पुत्र स्वर्गीय गिरजा शंकर पटेल गांव के बगल मदरा भगपुर गांव निवासी आशीष कुमार पटेल के साथ कई वर्षों से बाहर रहकर काम करता था। आशीष कुमार प्राइवेट कंपनी में ठेकेदारी पर गांव के कई युवाओं को ले जाकर काम कराता था। वही 3 महीने पहले आशीष के साथ दर्जनों से अधिक अगल बगल के गांव से युवाओं को बेंगलुरु में ले जाकर रेलवे के कार्यदाई संस्था के ई सी कंपनी के अंतर्गत कार्य कर रहे थे। 20 सितंबर को रामबली पटेल की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। जिसे लेकर कंपनी व साथ गए लोगों में हड़कंप मच गया। वही आशीष द्वारा गैंगमैन होने के चलते अधिक मुनाफा अधिक कमाने के चक्कर में ले गए युवाओं को पेमेंट कम देने के साथ दूसरे के नाम का आधार लगाकर दूसरे के स्थान पर काम कराने आदि के मामले को लेकर कंपनी ने रामबली पटेल की मौत से अपना पल्ला झाड़ लिया। और आर्थिक मदद करने से मना कर दिया । वही साथ गए किसी व्यक्ति द्वारा मृतक रामबली के परिजनों को फोन के माध्यम से घटना की सूचना दी गई। घटना की जानकारी होते ही परिजनों में हड़कंप मच गया। परिजनों द्वारा आशीष कुमार पटेल पर गंभीर आरोप लगाया। आरोप है कि आशीष कुमार के द्वारा कई महीनों का रामबली के द्वारा किए गए कार्य का पेमेंट नहीं दिया गया है। मंगलवार देर रात रामबली का शव घर पहुंचते ही परिजनों में रोना पीटना मच गया। सूचना पाकर बुधवार सुबह प्रभारी निरीक्षक करछना राकेश कुमार सिंह मौके पर पहुंचकर परिजनों से मिलकर जानकारी ली और आवश्यक कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। वही परिजन आशीष कुमार के खिलाफ कार्यवाही करने व मृतक के परिजनों को आर्थिक मुआवजा देने की मांग कीया। स्वर्गीय गिरजा शंकर के चार बेटे व तीन बेटियों में रामबली दूसरे नंबर का लड़का था। रामबली के मौत के बाद पत्नी नंदिनी व बेटा संस्कार 5 वर्ष का रो रो कर बुरा हाल हो गया है।