स्वामी अवधेशानंद गिरी
भगवान के नाम का निरंतर स्मरण मन को शक्ति और शांति प्रदान करता है। प्रार्थना और जाप के माध्यम से श्रद्धा और विश्वासपूर्वक भगवान के नाम का जप करने से मनुष्य का अवश्य कल्याण होता है। अत: भगवान की स्मृति सर्वथा श्रेयस्कर और कल्याण कारक है।
जीव का उद्धार नाम स्मरण से ही होगा। भगवान के नाम का जाप सभी विकारों को मिटाकर दया, क्षमा, निष्कामता आदि दैवीय गुणों को प्रकट करता है।
आत्म-दर्शन : हमें कई मुसीबतों से बचाती है खामोशी
भगवान के नाम के स्मरण से जापक में सौम्यता आने लगती है और उसका आत्मिक बल बढ़ता जाता है, चित्त पावन होने लगता है, रक्त के कण पवित्र होने लगते हैं एवं दुख, चिंता, भय, शोक, रोग आदि निवृत्त होने लगते हैं। इससे सफलता की प्राप्ति में मदद मिलती है। भगवान के नाम का जाप ही संसार से मुक्ति का एक मात्र उपाय है।