बालोद. जिला मुख्यालय के पाररास पटवारी पर मुख्यमंत्री की भतीजी होने का धौंस दिखाने और किसानों से काम के बदले रुपए मांगने का आरोप वार्डवासियों ने लगाया है। पटवारी पर कार्रवाई की मांग की। हालांकि पटवारी रोहिणी देशमुख ने आरोपों को गलत बताया है। वार्ड पार्षद सरोजनी साहू के नेतृत्व में सैकड़ों महिलाएं व पुरुष तहसील कार्यालय पहुंचे। पाररास पटवारी हल्का नंबर 30 की पटवारी रोहिणी देशमुख का स्थानांतरण करने की मांग को लेकर एसडीएम के नाम नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।
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मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन
ग्रामीणों ने 14 सितंबर को पटवारी का स्थानांतरण करने की मांग को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था। 13 दिन के बाद भी प्रशासन ने पटवारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। जिसके कारण वार्डवासियों ने आक्रोशित होकर तहसील कार्यालय पहुंचे। मांग पूरी नहीं होने पर वार्डवासियों ने उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
लोगों को करती है प्रताडि़त
पार्षद सरोजनी साहू ने बताया कि वार्ड-20 में कई कृषक, पालक एवं अन्य व्यक्ति से पटवारी रोहिणी देशमुख के खिलाफ शिकायतें मिलती रहती हैं। वर्तमान में पटवारी के खिलाफ लोगों में आक्रोश बढ़ गया है। जनता को छोटे-छोटे कार्यों के लिए पटवारी प्रताडि़त करती हैं। वर्तमान में प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए कुछ लोग पटवारी के पास भूमि से संबंधित दस्तावेज में हस्ताक्षर के लिए जाते हैं तो उन्हें तारीख पर तारीख दी जाती है।
फोन पर करती है गुमराह
लोगों का कार्य नहीं किया जाता है। मोबाइल पर बात करने पर इधर उधर की बातें कहकर गुमराह किया जा रहा है। प्रशासन से शिकायत करने पर अपने आप को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की भतीजी बताती हैं। किसानों व आम लोगों का भुगतान अटका देती हैं। ज्ञापन सौंपने के दौरान डोमन साहू, पूर्णानंद यादव, केशव राम, कुंती बाई, सरोज बाई, मुगा बाई, संगीता बाई, गीता बाई, प्यारी बाई, सुशीला बाई, मंजू बाई, संतोषी साहू आदि उपस्थित थे