कोटा. पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा जंक्शन से करीब ढाई किमी दूर बनाए गए नए सेटेलाइट सोगरिया रेलवे स्टेशन पर भले की यात्री गाडिय़ां नहीं ठहरती, लेकिन पिछले तीन माह से लोग इसे पर्यटक स्थल की तरह देखने आ रहे हैं। कोरोना संक्रमण काल में तैयार हुए इस स्टेशन पर खासतौर से रात में विद्युत सज्जा और यहां राजस्थानी चित्रकारी की हर किसी को लुभा रही है। इस स्टेशन पर बड़े महानगरों के ए श्रेणी स्टेशनों पर मिलने वाली सुविधाएं हैं। यहां यात्रियों से जुड़ी हर सुविधा विकसित की गई है। कोच गाइडेंस सिस्टम और पेपरलेस चार्टिंग सिस्टम लगाया गया है। वीआईपी के लिए वातानुकूलित प्रतीक्षा कक्ष भी तैयार हो गया है। इसके अलावा 3800 वर्गमीटर क्षेत्र में पार्र्किंग स्थल बनाया गया है। स्टेशन के भवन को हेरिटेज लुक देने के लिए धौलपुर के पत्थर का उपयोग किया गया है। वीआईपी, रेलकर्मचारी और ऑटो रिक्शा के लिए अलग से पार्र्किंग स्थल बनाया है। प्लेटफार्मों पर इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले सिस्टम लगाया है। खास बात यह है कि यहां एक सेल्फी प्वॉइंट भी बनाया गया है। स्टेशन बनकर तैयार है, लेकिन इसके उद्घाटन की तिथि तय नहीं हो पाई है। वाया बारां-रूठियाई होकर चलने वाली ट्रेनें निकट भविष्य में इस स्टेशन पर ठहरेंगी। मेमू ट्रेन का भी ठहराव प्रस्तावित है। कोटा के डीआरएम पंकज शर्मा ने बताया कि निकट भविष्य में इस स्टेशन का लोकार्पण होना प्रस्तावित है। उन्होंने कहा, सोगरिया की तरह आगामी दो साल में डकनिया तलाब स्टेशन को भी विकसित किया जाएगा। यहां नई लूप लाइन बनाई जाएगी। इसके विकास पर 24.5 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
इन मार्गों से जुड़ा है नया स्टेशन
सोगरिया स्टेशन कोटा-रूठियाई, कोटा-चित्तौडगढ़़ और कोटा-सवाई माधोपुर-जयपुर रेलमार्ग से जुड़ा है। इन दोनों मार्गों के स्टेशनों के लिए भविष्य में इस स्टेशन से ट्रेन उपलब्ध हो सकेगी।
8 स्टेशनों पर बनेंगे फुटओवर ब्रिज
डीआरएम शर्मा ने बताया कि कोटा मंडल के अलनिया, रावंठा रोड, कंवलपुरा, कापरेन, लबान, घाट का बराना, अरनेठा और गुड़ला स्टेशन पर फुटओवर ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। इनके बनने के बाद एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफॉर्म पर जाने के लिए पटरी पार करनी नहीं पड़ेगी। इनके निर्माण पर 11.80 करोड़ रुपए खर्च होंगे।