लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारियों के तहत योगी आदित्यनाथ सरकार ने उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल का विस्तार किया। यूपी मंत्रिपरिषद विस्तार के तहत सात नए मंत्रियों को शपथ दिलाई गई। इसके साथ ही सीएम योगी ने किसानों को चार साल बाद गन्ना की कीमतों को बढ़ाकर तोहफा दिया। मंत्रिमंडल विस्तार और गन्ने की बढ़ी कीमत को लेकर भाजपा और सीएम योगी पर निशाना साधते हुए कहाकि, बीजेपी ने कल यूपी में जातिगत आधार पर वोटों को साधने के लिए जिनको भी मंत्री बनाया है, बेहतर होता कि वे लोग इसे स्वीकार नहीं करते क्योंकि जब तक वे अपने-अपने मंत्रालय को समझकर कुछ करना भी चाहेंगे तब तक यहां चुनाव आचार संहिता लागू हो जायेगी।
भाजपा के दोहरे चाल-चरित्र सावधान रहें :- यूपी मंत्रिमंडल विस्तार पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को अपने ट्विट पर लिखा कि, जबकि इनके समाज के विकास व उत्थान के लिए अभी तक वर्तमान भाजपा सरकार ने कोई भी ठोस कदम नहीं उठाये हैं बल्कि इनके हितों में बीएसपी की रही सरकार ने जो भी कार्य शुरू किये थे, उन्हें भी अधिकांश बन्द कर दिया गया है। इनके इस दोहरे चाल-चरित्र से इन वर्गाें को सावधान रहने की सलाह।
जब बसपा ने याद दिलाई तो भाजपा ने बढ़ाया दाम :- गन्ने की बढ़ी कीमत पर भाजपा को आइना और किसानों को सचचाई से रुबरु करते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहाकि, यूपी भाजपा सरकार पूरे साढ़े चार वर्षों तक यहाँ के किसानों की घोर अनदेखी करती रही व गन्ना का समर्थन मूल्य नहीं बढ़ाया जिस उपेक्षा की ओर 7 सितम्बर को प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में मेरे द्वारा इंगित करने पर अब चुनाव से पहले इनको गन्ना किसान की याद आई है जो इनके स्वार्थ को दर्शाता है।
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किसान बहकावे में न आए :- मायावती ने आगे कहाकि, केन्द्र व यूपी सरकार की किसान-विरोधी नीतियों से पूरा किसान समाज काफी दुःखी व त्रस्त है, लेकिन अब चुनाव से पहले अपनी फेस सेविंग के लिए गन्ना का समर्थन मूल्य थोड़ा बढ़ाना खेती-किसानी की मूल समस्या का सही समाधान नहीं। ऐसे में किसान इनके किसी भी बहकावे में आने वाला नहीं है।