10 सितम्बर को रैली की बस से अमेठी फिर पहुंची जिला अस्पताल
पट्टी की रहने वाली महिला को मेडिकल कालेज से घर ले गये परिजन
विशाल रावत ब्यूरो चीफ
प्रतापगढ़। मेडिकल कालेज पुरूष अस्पताल में लावारिस भर्ती 80 साल की बुजुर्ग महिला की पहचान हो गई है। सूचना मिलने पर शुक्रवार को अस्पताल पहुंचे परिजन उनको अपने साथ ले गये। परिजनों को पाकर बुजुर्ग निहाल हो गई। ख़ुशी के आंसू निकल आये।जानकारी के अनुसार 16 सितंबर को अस्पताल के मेडिकल वार्ड में बुजुर्ग को लावारिस हालत में भर्ती कराया गया था। डॉक्टर मनोज खत्री की देखरेख में उनका इलाज हो रहा था। कुछ ठीक हुई तो दो दिन पहले उन्होंने डॉक्टर को अपना नाम बताया। पता लालगंज बता रहीं थी। डॉक्टर बुजुर्ग महिला को उनके घरवालों से मिलाने का अपने स्तर से प्रयास कर रहे थे। इसी बीच जानकारी मिलने पर बच्चा बैंक फ्रेंड्स ग्रुप, बीबीएफजी के लोग भी सक्रिय हो गये। इसको मीडिया और सोशल मीडिया पर वायरल किया गया। शुक्रवार को यह जानकारी पट्टी के देईडीह धौरहरा सराय मघई के रहने वाले तबारक को हुई। फोटो देखकर उन्होंने शाबिरा को पहचान लिया। वे परिवार संग अस्पताल पहुंचे। शाबिरा को साथ ले गये। तबारक ने बताया कि शाबिरा उनकी दादी हैं। 10 सितंबर से गायब थी। काफी तलाशा मिली नहीं। डॉक्टर खत्री ने बताया कि परिजन शाबिरा को अस्पताल से ले गये। बता दें कि डॉक्टर खत्री पहले भी इस तरह के लोगों की मदद कर चुके है। तबारक ने डॉक्टर खत्री और देखभाल कर रही स्टाफ की सराहना की।
बच्चा बैंक का शुक्रिया
प्रतापगढ़। दादी को जिंदा पाने के बाद तबारक की ख़ुशी का ठिकाना नहीं था। उसने बताया कि उसे दादी शाबिरा के जीवित मिलने की उम्मीद नहीं थी। डॉक्टर खत्री, बच्चा बैंक फ्रेंड्स ग्रुप और साथियों को शुक्रिया। जिन्होंने दादी को मिलवाने में मदद की।