केंद्रीय संसदीय मामलात, कोयला एवं खान मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा है कि नई शिक्षा नीति में भारतीय मूल्यों की पैरवी की गई है। इस नीति को पहली बार पूरी तरह लागू करने के श्रेय कर्नाटक सरकार को जाता है।
जोशी शनिवार को शहर के कुसुगल रोड स्थित संस्कार स्कूल में स्कूल के नए पुस्तकालय का उद्घाटन तथा भारतीय डाक विभाग की ओर विश्व क्षमापन दिवस के उपलक्ष्य में जारी किए गए विशेष डाक टिकट बुकलेट का विमोचन कर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि अब तक देश में अंग्रेजों के जमाने की मेकाले शिक्षण पध्दति चल रही थी जिससे देश इस क्षेत्र में पिछड़ा था। विश्व के श्रेष्ठ विश्वविद्यालयों की सूची में भारत का नाम नजर नहीं आ रहा था। इसके चलते प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की सरकार ने नई शिक्षा नीति का गठन किया।
जोशी ने कहा कि बच्चों को केवल पढ़ाई-लिखाई की शिक्षा के अलावा संगीत, नृत्य आदि कलाओं तथा खेलकूद में भी बहतर प्रशिक्षण देना चाहिए। केवल अंक अर्जित करने की आदत विकसित करने पर कई प्रतिभाएं उजागर ही नहीं होंगी। संस्कार स्कूल के छात्रों को राष्ट्रीय खेलकूद, राष्ट्रमंडल तथा ओलंपिक खेलों में भाग लेना चाहिए।
विधायक एवं पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर ने संस्कार स्कूल की वेबसाइट का लोकार्पण किया। चीनी, कपड़ा एवं जिला प्रभारी मंत्री शंकर पाटील मुनेनकोप्प ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस दौरान यूपीएससी परीक्षा में 354वां रैंक प्राप्त मेघा जैन का सम्मान किया गया।
डाक कार्यालय धारवाड़ क्षेत्र के अधीक्षक वीएसएल नरसिंहराव, उद्यमी विजय शेट्टर, संस्कार स्कूल के अध्यक्ष महावीर कुंदूर, सचिव सुधीर वोरा, विनोद जे.एस, महावीर लिंब सेंटर से सचिव गौतम गोलेच्छा, प्रकाश कठारिया, संतोष पाटील, सुभाषचंद्रा डंक आदि उपस्थित थे।
स्कूल के संस्थापक अध्यक्ष महेंद्र सिंघी ने स्वागत किया। विद्यार्थी उत्सव उमराणी ने अतिथियों का परिचय दिया। प्राचार्या पीसी नयना ने कार्यक्रम का संचालन किया। छात्रा ईशा कोठारी ने आभार जताया।