उज्जैन तीन दिन के सूखे के बाद शनिवार दोपहर मौसम ने करवट बदली। आसमान में काले बादल छाए और बारिश भी हुई। मौसम विभाग ने रविवार को तेज बारिश की संभावना जताई है।
जीवाजी वेधशाला के अनुसार वर्षाकाल 15 जून से 30 सितंबर तक माना गया है। इस बार वेदर सिस्टम गड़बड़ाने से मानसूनी बारिश जुलाई-अगस्त की अपेक्षा सितंबर में अच्छी हुई है। शहर की औसत बारिश 902 मिलीमीटर है, जिसके विरूद्ध अब तक शहर में 674.2 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। जिस प्रकार से उज्जैन पर बादल छाए हैं, अगर वे एक-दो दिन बरस गए तो इस साल भी बारिश का कोटा पूरा हो जाएगा। शनिवार को दोपहर 3 बजे से बारिश शुरू हुई, जो रुक-रुकरुक देर शाम तक जारी रही। दिन का अधिकतम तापमान 32.5 और न्यूनतम तापमान 23.7 डिग्री सेल्सियस रहा।
34 घंटे खुले रहा गंभीर बांध का गेट,
पानी से लबालब गंभीर बांध का गेट शुक्रवार सुबह 6 बजे से शनिवार शाम 4 बजे तक सतत 34 घंटे खुला रहा। गेट से इस अवधि में तकरीबन 750 मिलियन क्यूबिक फीट (एमसीएफटी) पानी रिलीज हुआ, जो शिप्रा नदी में मिलकर आगे चंबल की ओर बढ़ गया। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग का कहना है कि अगर ये पानी संग्रह कर पाते तो 8 एमसीएफटी प्रतिदिन खपत के मान से शहर को 93 दिन सप्लाई कर सकते थे। इंदौर नगर निगम ने शनिवार देर रात फिर यशवंत सागर बांध के गेट खोलने की सूचना दी है। अगर ऐसा हुआ तो देर रात फिर गंभीर बांध के गेट खोले जाएंगे। मालूम हो कि अंचल में हुई बारिश और इंदौर के यशवंत सागर बांध से पानी छलकने पर गंभीर बांध 24 सितंबर की सुबह 6 बजे अपनी पूर्ण जल संग्रहण क्षमता 2250 एमसीएफटी अनुरूप भरा गया था। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने पानी की आवक जारी रहने पर अतिरिक्त पानी गंभीर बांध का गेट नंबर-3 खोलकर आगे शिप्रा में मिलने को छोड़ा। जब आवक कम हुई तो शनिवार शाम 4 बजे गेट बंद कर दिए थे।