EPaper SignIn

आवारा पशुओं ने धान की फसल को किया बर्बाद
  • 151107572 - AKHILESH SOLANKI 0



यूपी के जनपद बदायूं बिल्सी  वनबेहटा व आसपास के गावों में  बेसहारा पशुओं की संख्या में वृद्वि होने के कारण किसानों की फसलों को नुकसान हो रहा है। बेसहारा पशुओं को खेत में घुसने से रोकने के लिए किसानों को दिन रात पहरा देना पड़ रहा है। क्षेत्र में छुट्टा पशुओं की दिन-प्रतिदिन बढती संख्या किसानों के लिए बड़ी आफत बन चुकी है। इन पशुओं के झुंड जिधर से भी गुजरते है वहां खड़ी फसल को मिनटों में चौपट कर डालते है। इन पशुओं में सर्वाधिक संख्या विदेशी नस्ल की गाय व बछड़ों की है और इनको अपने क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में धकेलने को लेकर किसानों के बीच आए दिन झगड़े भी होते रहते है।

क्षेत्र के किसान , लायक सिंह चौहान ,राजीव सिसोदिया, श्यामबाबू सिंह,मुकेश चौहान, गंगा सिंह, सहित अनेक किसानों ने बताया कि क्षेत्र के खेतों में धान, मिर्च, बाजरा, उर्द, सहित अन्य फसलों को बेसहारा पशु गाय खेत में घुसकर खराब कर देती हैं। सुरक्षा के लिए खेत के चारों और तार बाड़ आदि लगाई जाती है लेकिन आवारा पशुओं  के झुंड इन तार बाड़ को लाघकर खेतों में घुस जाते हैं। किसानों ने बताया कि तार बाड के लिए एक एकड़ में लगभग बीस से तीस हजार रुपये का खर्चा रहा है। किसानों के लिए दयनीय स्थिति तो तब बन जाती है, जब बड़े झुंड के रूप में खेतों में घुसी इन आवारा पशुओं द्वारा किसानों की फसलों को पूरी तरह से चौपट कर दिया जाता है तथा किसान जब तक खेत में पंहुचते है तब तक ये अपने उत्पात से किसानों की मेहनत पर पानी फेर चूकी होती है। इन आवारा पशुओं को भगाना भी 1-2 व्यक्तियों के बस की बात नहीं हो पाती। किसानों ने पत्रकारों को बताया कि हर गांव में दर्जनों की संख्या में विदेशी नस्ल के गाय-बछड़े घूम रहे है जो कि मौका मिलते ही फसलों को अपना ग्रास बना लेते है। इनमें से बहुत से पशु हिंसक भी हो चुके है तथा पालतु पशुओं व किसानों को जख्मी कर डालते है। किसान इन पशुओं को दूसरे क्षेत्रों में धकेलने का प्रयास करते है तो कई बार किसानों के बीच टकराव की नौबत पैदा हो जाती है। किसानों का कहना है कि गौशालाओं में जाकर सवामणी और केक काटकर फोटो खिंचवाने वाले तथा कथित गौभक्तों को दर-दर की ठोकरे खाती घूम रही गायें नजर नहीं आती और न ही सरकार के स्तर पर गौ अभ्यारण्य जैसे कोई प्रयास किए जा रहे है। अगर इन छुट्टा पशुओं की समस्या का कोई स्थाई समाधान नहीं किया गया तो किसानों के लिए अपनी फसलों व पशुधन को बचा पाना संभव नहीं होगा।


Subscriber

173733

No. of Visitors

FastMail

नई दिल्ली - केजरीवाल टिप्पणी मामले में विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी राजनयिक को किया तलब     नई दिल्ली - जेल से नहीं चलेगी दिल्ली सरकार, एलजी वीके सक्सेना ने कह दी बड़ी बात