छिंदवाड़ा. नागपुर की वजह से जिले में कोरोना फिर से पांव न फैलाए इसके लिए मॉडल रेलवे स्टेशन में इतवारी से छिंदवाड़ा पैसेंजर ट्रेन में आने वाले हर यात्री का आरटीपीसीआर के लिए सेम्पल लिया जा रहा है। सेम्पल लेने से पहले हर यात्री की थर्मल स्क्रीनिंग भी की जा रही है एवं उसका नाम, मोबाइल नंबर और पता भी नोट किया जा रहा है। यह व्यवस्था प्रशासन की तरफ से की गई है। एसडीएम इसकी मानिटरिंग कर रहे हैं। जिला अस्पताल की कोविड-19 स्पेशल टीम स्टेशन पर बीते लगभग दो माह से आरटीपीसीआर के लिए सेम्पल ले रही है। टीम के सदस्यों ने बताया कि हर दिन लगभग 90 से अधिक सेम्पल लिए जा रहे हैं। इसके बाद यात्री के मोबाइल नंबर पर ही सभी डिटेल भेजी जा रही है। सदस्यों ने बताया कि अब तक किसी भी यात्री की पॉजिटिव रिपोर्ट नहीं आई है। गौरतलब है कि मार्च-अप्रैल 2021 में नागपुर में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े थे। इसका असर छिंदवाड़ा में भी दिखा और यहां भी कोरोना के मरीज मिलने लगे। इसका जिम्मेदार इतवारी से छिंदवाड़ा तक चलने वाली ट्रेन को ठहराया गया था। इसकी वजह यह थी कि ट्रेन द्वारा नागपुर से छिंदवाड़ा आने वाले यात्रियों की जांच नहीं हो रही थी और न ही ट्रेनों को सेनेटाइज किया जा रहा था। इस मुद्दे को ‘पत्रिका’ ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था। जिसके बाद प्रशासन ने इतवारी से छिंदवाड़ा तक कुल आठ स्टेशन पर यात्रियों के थर्मल स्क्रीनिंग शुरु की थी।
एक्सप्रेस ट्रेन के यात्रियों का नहीं ले रहे सेम्पल
फिरोजपुर-छिंदवाड़ा-फिरोजपुर एक्सप्रेस ट्रेन से छिंदवाड़ा आने वाले यात्रियों का आरटीपीसीआर के लिए सेम्पल नहीं लिया जा रहा है। सेम्पल केवल इतवारी से छिंदवाड़ा पैसेंजर ट्रेन से आने वाले यात्रियों की ही ली जा रही है। 5 जुलाई 2021 से यह सेम्पल लिया जा रहा है। अब तक तीन हजार से अधिक सेम्पल लिए जा चुके हैं।
मॉडल रेलवे स्टेशन में ही जांच
ट्रेन से इतवारी से छिंदवाड़ा आने वाले हर यात्री का आरटीपीसीआर के लिए सेम्पल लेने का प्रशासन का निर्णय सराहनीय है। लेकिन एक सवाल यह भी है कि छिंदवाड़ा से इतवारी के बीच छोटे-बड़े कुल 27 स्टेशन पड़ते हैं। यात्री किसी भी स्टेशन पर उतर सकते हैं। जानकारों का कहना है कि छिंदवाड़ा जिले के पहले स्टेशन में भी जांच की व्यवस्था होनी चाहिए।
स्पेशल टीम का जज्बा कायम
कोविड-19 स्पेशल टीम के सदस्य लैब टेक्निशियन योगेश राय ने बताया कि टीम में चार सदस्य हैं। इसमें कार ड्राइवर अखिलेश मालवी, लैब टेक्निशियन सीआई कृष्णन, जीतेन्द्र रघुवंशी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि हमलोग कोरोना की पहली लहर से ही सेम्पल ले रहे हैं। टीम के सदस्य कोरोना पॉजिटिव भी हुए, लेकिन फिर ठीक होकर अपने कार्य स्थल पर लौट आए।