जयपुर में लगा 2.51 लाख से अधिक अभ्यार्थी का मेला
7.30 लाख अभ्यर्थी देंगे गृह जिले में परीक्षा
6.20 लाख दूसरे जिलों में देंगे परीक्षा
2.50 लाख अधिक राजस्थान से सटे राज्यों से आए हैं
19 हजार निजी बसें की गई हैं अधिगृहित
3 हजार रोडवेज बसेंं दौड़ रही प्रदेशभर में
जयपुर। REET Exam: राजस्थान में आज अब तक की सबसे बड़ी रीट परीक्षा है। जिसमें साढ़े 16 लाख विद्यार्थियों के साथ सरकार की व्यवस्थाओं की परीक्षा भी शुरू हो गई है। प्रदेश के 4 हचार 19 केंद्रों पर 16 लाख 51 हजार से ज्यादा अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। सरकार के शीर्ष जिम्मेदारों से लेकर पुलिस और प्रशासन की छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी कड़ी से परीक्षा को सफल बनाने में जुटी हुई है। राजस्थान में मोबाइल इंटरनेट सुविधा बंद कर दी गई है। सड़कों पर भीड़ न हो, इसलिए अधिकतर व्यापारियों ने स्वेच्छा से शहर बंद रखा है। सरकार लगातार अपील कर रही है कि किसी प्रकार की अफवाह पर ध्यान नहीं दें। रीट परीक्षा तो शाम 5 बजे समाप्त हो जाएगी। लेकिन सरकार की परीक्षा आज रात तक चलती रहेगी कि जब तक राजधानी से अन्य जिलों के अभ्यर्थी सकुशल रवाना नहीं हो जाते। रीट की पहली पारी सुबह दस बजे से शुरू हो चुकी है। सुबह 10 बजे से 12.30 बजे के बीच छठी से आठवीं कक्षा के लिए रीट द्वितीय स्तर की परीक्षा का आयोजन किया गया है जबकि दूसरी पारी में दोपहर 2.30 बजे से 6 बजे तक पहली से पांचवीं कक्षा के शिक्षक पात्रता के लिए प्रथम स्तर एक की परीक्षा होगी। प्रथम स्तर की परीक्षा में 12 लाख 67 हजार 983 अभ्यार्थियों के बैठने की संभावना है जबकि द्वितीय स्तर की परीक्षा में 12 लाख 67 हजार 539 परीक्षार्थियों के बैठने की संभावना है।
यूं जटते रहे अभ्यर्थी
राजधानी जयपुर के 592 परीक्षा केंद्रों पर युवाओं की रीट परीक्षा के साथ ही प्रशासन और सभी विभागों की परीक्षा भी शुरू हो गई है। जयपुर में 2.51 लाख से अधिक अभ्यार्थी परीक्षा के लिए पंजीकृत हैं इनमें दूसरे जिले से आने वालों की संख्या तकरीबन एक लाख 37 हजार 804 है। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने अभ्यार्थियों को परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा शुरू होने से न्यूनतम एक घंटा पहले पहुंचने के निर्देश दिए थे, ऐसे में अभ्यार्थियों ने सुबह से ही परीक्षा केंद्रों पर पंहुचना शुरू कर दिया। जिसके चलते परीक्षा केंद्रों के बाहर भीड़ एकत्र हो गई है। अभ्यार्थी परीक्षा केद्रों के बाहर, सड़क के किनाऱे, पेड़ के नीचे बैठ कर अंतिम समय तक पढ़ते हुए नजर आए। परीक्षा केंद्रों के बाहर लगाए गए नोटिस बोर्ड पर अपना रोल नंबर तलाशते हुए भी उन्हें देखा गया। बड़ी संख्या में ऐसे अभ्यार्थी भी थे खासतौर पर महिला अभ्यार्थी जो अपने अभिभावकों के साथ परीक्षा केंद्र पहुंची थी, उनके अभिभावक परीक्षा समाप्ति तक परीक्षा केंद्रों के बाहर ही डटे रहे।
लाउड स्पीकर से होता रहा अनाउंसमेंट
परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थियों के समक्ष किसी प्रकार के असमंजस की स्थिति पैदा ना हो इसे ध्यान में रखते हुए लाउडस्पीकर की भी व्यवस्था भी की गई है, इसके जरिए बार-बार अभ्यार्थियों को बताया जाता रहा कि उन्हें परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने से पूर्व क्या क्या सामान अपने साथ लेकर आना है। मौके पर मौजूद पुलिस प्रशासन को भी व्यवस्थाओं को बनाए रखने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी क्योंकि अभ्यार्थियों की भारी भीड़ परीक्षा केंद्रों पर थी। जिन स्कूल और कॉलेजों में परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, उसके आसपास भी पुलिस जाब्ता तैनात किया गया था, जिससे किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति को टाला जा सके। परीक्षा में नकल व अनुचित साधनों के प्रयोग को रोकने के लिए बोर्ड ने हर परीक्षा केन्द्र पर दो पुरुष व दो महिला पुलिसकर्मी के साथ दो होम गार्ड के जवान तैनात किए गए थे।
करवाई गई वीडियोग्राफी
परीक्षा केंद्रों पर वीडियोग्राफी की व्यवस्था भी की गई थी। गांधीनगर स्थित शहीद अभय पारीक राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में दो तरफा वीडियोग्राफी की जा रही थी। प्रशासन के साथ-साथ स्कूल ने भी अपने स्तर पर वीडियोग्राफी करवाई। परीक्षा केन्द्र पर परीक्षा शुरू होने से आधा घंटा पहले प्रवेश बंद कर दिए गए।
परीक्षा केंद्रों पर दिए गए मास्क
किसी भी प्रकार की नकल रोकने के लिए परीक्षा केंद्रों पर सभी अभ्यार्थियों को सर्जिकल मास्क दिए गए। कुछ परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा कक्ष में निर्धारित टेबल पर ही मास्क रखे गए, ऐसे में अभ्यार्थी जो मास्क पहन कर आए थे उन्हें बाहर ही रखवा लिया गया, वहीं कुछ परीक्षा केंद्रों पर अभ्यार्थियों की थर्मल स्क्रीनिंग और हाथों को सेनेटाइज करते समय मास्क वितरित किए गए।
मंगलसूत्र, कंगन, हाथ घड़ी छोडऩे पड़े बाहर
महिला अभ्यर्थी जो हाथ में कंगन और गले में चेन और मंगलसूत्र पहनकर आ गई थीं उन्हें अपने साथ आए परिजनों को यह सारा सामान सौंपना पड़ा। परीक्षा केंद्र के अंदर इन्हें पहनकर जाने की अनुमति नहीं दी गई थी। परीक्षा केन्द्र पर परीक्षार्थी केवल पेन व पेंसिल जाने की अनुमति दी गई थी। इसके अतिरिक्त कोई अनावश्यक सामान ले जाने की अनुमति नहीं दी गई ।
गौरतलब है कि तृतीय श्रेणी शिक्षकों के 31 पदों पर भर्ती की पात्रता के लिए इस परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। परीक्षा के लिए 16 लाख 51 हजार 842 परीक्षार्थियों ने परीक्षा के लिए आवेदन किया है जबकि दोनों लेवल की परीक्षा के लिए 25 लाख 35 हजार 542 परीक्षार्थी फिजिकली रजिस्टर्ड हैं।