फ़ास्ट न्यूज़ इंडिया प्रदेश प्रतिनिधि राजस्थान जयलाल नागर 151113047
किसानों और कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अलवर जिले में करीब 30 हेक्टेयर के खेत में प्याज बोया गया था। किसानों का कहना है कि एक हेक्टेयर के खेत में प्याज पैदा होने तक करीब एक लाख रुपये का खर्चा होता है। अलवर के मालाखेड़ा निवासी किसान रामजीलाल और बद्रीनारायण का कहना है कि कर्ज लेकर प्याज की फसल बोई थी, लेकिन अब तक बारिश के कारण प्याज खराब हो गया तो कर्ज ज्यादा बढ़ जाएगा। सरकार को राहत देनी चाहिए। कोटपूतली के किसान गोवर्धन ने बताया कि लगातार हो रही बारिश के कारण खेतों से प्याज को नष्ट कर के सरसों की फसल बोने की तैयारी शुरू कर दी है। कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राजस्थान के अतिरिक्त देश के आधा दर्जन राज्यों में प्याज की पैदावार होती है। साल, 2019 में एक बार ऐसा मौका भी आया था, जब भारत में प्याज के भार 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए थे। इसके बाद अफगानिस्तान से करीब दो हजार टन प्याज का आयात किया गया था। इसके बाद प्याज के भावों में कमी आई थी। फसल खराब होने से इस बार फिर प्याज के दामों में बढ़ोतरी हो सकती है। इस बार अलवर जिले में 640 एमएम बारिश हुई है, जो सामान्य से काफी ज्यादा है। अलवर जिले में मालाखेड़ा के किसानों ने उपखंड अधिकारी अनुराग हरीत को ज्ञापन देकर तुरंत मुआवजा दिए जाने की मांग की है