पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोध पीठ एवं राष्ट्रीय सेवा योजना महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी के संयुक्त तत्वाधान में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के जन्म दिवस 25 सितंबर 2021 के अवसर पर " राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 एवं राष्ट्र बोध" विषयक एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के केंद्रीय ग्रंथालय स्थित समिति कक्ष में किया गया| कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रोफेसर आनंद कुमार त्यागी ने शिक्षा के विषय में अपना उद्बोधन व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षा ज्ञानार्जन का एकमात्र स्रोत ना होकर विविध गुणों से ओतप्रोत बहुआयामी विकास को समाहित किए हुए एक मानवीय गतिविधि है| इसी क्रम में उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल जी मात्र एक शिक्षाविद ही नहीं थे बल्कि मानवता के विकास के लिए आवश्यक प्रत्येक पक्ष उनके चरित्र का एक अभिन्न अंग था| आगे उन्होंने बताया कि समय और परिस्थिति के अनुसार शिक्षा का स्वरूप परिवर्तित होता रहता है तथा हमारी सरकार ने इन्हें परिवर्तनों को इस चुनौती के रूप में स्वीकार कर राष्ट्रीय शिक्षा के नीति के रूप में एक सशक्त एवं शाश्वत समाधान प्रस्तुत किया जो कि कौशल विकास और उद्यमिता दोनों प्रक्रियाओं को शिक्षा नीति के माध्यम से आगे बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त किया|
मुख्य वक्ता के रूप में श्री संजय राय शेरपुरिया जो कि वरिष्ठ समाजसेवी एवं एसडीजी के ब्रांड एंबेसडर हैं ने विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वर्तमान राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 राष्ट्रवाद की धारणा को प्रबल करती है तथा राष्ट्र निर्माण में उन सभी चीजों को समावेशित करती है जो एक राष्ट्र के उत्थान के लिए आवश्यक हैं जैसे सतत और दूरगामी ग्राम आधारित विकास, मानव - मूल्य आधारित शिक्षा, जीवन दर्शन आधारित शिक्षा तथा पर्यावरण संचेतना विशेष शिक्षा इत्यादि|अतिथियों का स्वागत करते हुए पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोध पीठ महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के समन्वयक व कार्यक्रम संयोजक डॉक्टर के के सिंह ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति को राष्ट्र भावना से ओतप्रोत शिक्षा नीति तथा कौशल विकास का सशक्त मार्ग बताया| उक्त कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारियों यथा डॉक्टर निशा सिंह,प्रो. संजय, डॉक्टर किरण सिंह , डॉक्टर डॉ सतीश कुमार ,डॉ उर्जस्विता सिंह, डॉ दुर्गेश कुमार उपाध्याय, , डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह, डॉ मनोज त्यागी,डा.नवरत्न सिंह, डॉ राम प्रकाश सिंह यादव,डा.अनीता,डा. सुरेखा जयसवाल, डॉक्टर अभिलाषा जयसवाल, डॉक्टर किरण सिंह, के अलावा बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय के विभागाध्यक्ष. संकायाध्यक्ष व स्वयंसेवक स्वयंसेविकाओं की सराहनीय उपस्थिति रही| उक्त कार्यक्रम का संचालन दीनदयाल उपाध्याय शोध पीठ के सह- समन्वयक डा.पारिजात सौरभ व धन्यवाद ज्ञापन डा.उर्जस्विता सिंह ने किया। वाराणसी से कृष्ण कुमार की रिपोर्ट 151115387