गुना. जिला मुख्यालय पर नानाखेड़ी कृषि उपज मंडी के पास स्थित केंद्रीय विद्यालय के बच्चों को पिछले कुछ समय से स्कूल जाने में बहुत ज्याद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसकी मुख्य वजह है रास्ते में लगने वाली थोक फल व सब्जी मंडी। जो इतनी ज्यादा अव्यवस्थित रूप से संचालित होती है कि इस सड़क से सिंगल व्यक्ति को भी पैदल निकलना बहुत मुश्किल साबित होता है। गौर करने वाली बात है कि जिस समय बच्चे स्कूल जाते हैं उसी दौरान इस सड़क पर इतना ज्यादा जाम लगता है कि बच्चे समय पर स्कूल पहुंच नहीं पाते। बच्चों की यह परेशानी यहीं खत्म नहीं होती बल्कि मंडी में आने वाले और माल भरकर जाने वाले भारी वाहन ट्रक, मेटाडोर व ट्रेक्टर ट्रॉली से गंभीर दुर्घटना की आशंका भी बनी रहती है। अधिकांश बच्चों को उनके अभिभावक छोडऩे आते हैं, जो यह नजारा आए दिन देखते हैं। लेकिन अब तक इस ओर प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया है। या फिर कहें देखकर भी अनजान बना हुआ है। प्रशासन के इस तरह के उदासीन रवैए से पालकों में काफी गहरा आक्रोश है।
जानकारी के मुताबिक केंद्रीय विद्यालय शहर के वार्ड क्रमांक एक अंतर्गत नानाखेड़ी कृषि उपज मंडी के नजदीक ही स्थित है। जहां कक्षा 1 से 12 वीं तक के सैकड़ों विद्यार्थी पढ़ते हैं। जिनके स्कूल जाने का समय भी वही है जिस समय थोक मंडी संचालित होती है। फुटकर विक्रेता यहां से सब्जी और फल वाहनों में भरकर ले जाते हैं। इससे पहले जो स्थिति बनती है वही असली चिंता का कारण है। यहां बता दें कि इससे पहले थोक फल सब्जी मंडी शहर के रिहायशी इलाके में हाट रोड स्थित रपटे पर संचालित होती थी। तत्समय भी यहां जाम के हालात निर्मित होते थे। कालोनीवासी सुबह 9 बजे तक इस मार्ग से बमुश्किल ही निकल पाते थे। वाहन लेकर निकलना तो नामुमकिन जैसा नजर आता था। दो साल पहले जब कोरोना संक्रमण इस क्षेत्र में बढ़ा तो प्रशासन को यहां से थोक मंडी हटानी पड़ी। जिसे सबसे पहले नानाखेड़ी कृषि उपज मंडी में जगह दी गई। लेकिन जैसे ही मंडी में किसानों अपनी फसल लेकर आने लगे तो इसे यहां से भी हटाना पड़ा। ऐसी स्थिति में थोक मंडी को कृषि मंडी के पास ही ऊमरी रोड पर खाली पड़ी जगह दे दी गई। तब से लेकर अब तक इसी जगह पर थोक मंडी संचालित है। लेकिन लंबे समय बाद स्कूल खुलने से यहां भी मंडी परेशानी का कारण बनने लगी है।