पंचायतों में विकास के लिए सहभागिता जरूरीः वीरेंद्र सिंह
हापुड़। ग्राम पंचायतों में विकास के लिए बड़े पैमाने पर ग्रामीणों की सहभागिता होनी चाहिए। ग्राम प्रधानों को पंचायतों में ऐसा माहौल बनाना चाहिए कि लोगों की अधिक से अधिक सहभागिता हो। यह विचार जिला पंचायत राज अधिकारी वीरेंद्र सिंह ने हापुड़ विकास खंड में ग्राम प्रधानों के प्रशिक्षण में व्यक्त किये। ग्राम प्रधानों के प्रशिक्षण का आज अंतिम दिन था। प्रशिक्षण के बाद ग्राम प्रधानों को प्रमाण पत्र वितरित किया गया। जिला पंचायत राज अधिकारी ने कहा कि ग्राम पंचायतों के लिए विकास की जो भी योजनाएं बने उसमे अधिक अधिक लोगों की सहभागिता हो। जब सभी वर्गों के लोग भाग लेंगे तो उनकी जरूरत के मुताविक विकास योजनाएं बन पाएंगी। लोगों का लगाव भी योजनाओं में होगा और रुचि भी रहेगी। लोगों की कोशिश भी होगी कि योजनाएं सफल हो। उसकी सफलता को लोग अपनी सफलता समझेंगे। यदि सहभागिता नही होगी तो ग्राम प्रधान और कुछ लोग ही उसमे रुचि लेंगे।भारत और दुनिया के नक्शे कदम पर जिन ग्राम पंचायतों ने विकास के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है उनमें सबमे सहभागिता बड़े पैमाने पर रही है। सहभागिता के साथ साथ कुशल नेतृत्व भी जरूरी है। इस प्रशिक्षण के बाद ग्राम प्रधानों की क्षमता बढ़ी है और वे कुशल नेतृत्व पंचायत को दे सकते हैं।।
जिला पंचायत राज अधिकारी ने कहा कि पंचायती राज अधिनियम के तहत ग्राम पंचायतों में छह समितियों का प्रावधान किया गया है। जिनमे से तीन का अध्यक्ष ग्राम प्रधान व तीन का अध्यक्ष पंचायत सदस्य होता है। सही मायने में पंचायतों में ये समितियां काम करें और योग्य सदस्य को उसकी अध्यक्षता दी जाए तो कार्य बेहतर होगा, ग्राम प्रधान पर काम का दबाव भी घटेगा। इस प्रशिक्षण के बाद ग्राम प्रधान पंचायतों में समितियों को मजबूत बनाएंगे।।
प्रशिक्षण में सहायक विकास अधिकारी पंचायत संजय कुमार और बाहर से आये पंचायतीराज के विशेषज्ञ प्रशिक्षकों में आशुतोष शर्मा, प्रियंका और जिला पंचायत रिसोर्स सेन्टर के हरकिरत सिंह ने प्रधानों को प्रशिक्षित किया। देखे हापुड़ नगर से हेमंत चौधरी की रिपोर्ट 151109233