कासगंज नगर में परिवार नियोजन कार्यक्रम में पुरुषों की सक्रिय भागीदारी इस वक्त की सबसे बड़ी जरूरत है, क्योंकि पुरुष नसबंदी महिला नसबंदी की अपेक्षा बहुत ही सरल और आसान है । इसका कोई दुष्प्रभाव भी शरीर पर नहीं पड़ता है, इसलिए किसी भी भ्रम में पड़े बगैर पुरुष वर्ग आगे आये और परिवार पूर्ण होने पर नसबंदी की सेवा का लाभ उठाये । यह बातें एसीएमओ डॉ.एसपी सिंह ने शुक्रवार को स्थानीय एक होटल में स्वयंसेवी संस्था सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) के सहयोग से परिवार नियोजन विषय पर आयोजित मीडिया कार्यशाला के दौरान कहीं ।
एसीएमओ ने स्वास्थ्य योजनाओं के बारे में विस्तार से बताने के साथ ही परिवार नियोजन की जरूरत पर प्रकाश डाला । उन्होंने कहा कि उपलब्ध विकास के संसाधनों का समुचित वितरण और बढ़ती जनसँख्या दर के बीच संतुलन बनाने के लिए जनसँख्या स्थिरीकरण आज के समय की बड़ी जरूरत है । इसके लिए सभी सरकारी स्वास्थ्य इकाइयों पर परिवार नियोजन की सेवाओं व सुविधाओं को प्रदान किया जा रहा है । उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन में पुरुषों की सहभागिता बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है|
इस अवसर पर एसीएमओ ने जिले में परिवार कल्याण को लेकर चलाये जा रहे कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से बताया । उन्होंने बताया कि समुदाय में आशा व अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के माध्यम से परिवार नियोजन के बारे में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है । आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर योग्य व लक्षित दम्पति से संपर्क कर उनकी लाइन लिस्टिंग करती हैं, उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन का मुख्य उद्देश्य मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाना है । इसके अलावा जनसँख्या कम होगी तो सीमित साधनों का समुचित उपयोग कर सभी को बेहतर जीवन प्रदान किया जा सकता है । उन्होंने महिलाओं से अपील की कि अपने व बच्चे के बेहतर स्वास्थ्य के लिए दो बच्चों के जन्म में तीन साल का अंतर जरूर रखें और परिवार जब पूर्ण हो जाए तो नसबंदी की सेवा का लाभ जरूर उठायें ।
परिवार नियोजन के साधनों को अपनाने पर जोर
कासगंज ब्लॉक के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आकाश सिंह ने कहा कि परिवार नियोजन के लिए परिवार नियोजन के साधनों को अपनाना जरूरी है। बच्चों के जन्म में अंतर रखने के लिए ओरल पिल्स, आईयूसीडी प्रसव पश्चात/गर्भ समापन पश्चात्, त्रैमासिक गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा, हार्मोनल गोली छाया व कंडोम की सुविधा हर स्वास्थ्य केन्द्रों पर मुफ्त उपलब्ध है । इसलिए अनचाहे गर्भ से बचने के लिए इन सेवाओं का लाभ उठाया जा सकता है ।
उन्होंने परिवार नियोजन की अस्थायी विधियों के बारे में बताया और त्रैमासिक गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा के प्रति महिलाओं की बढती रुझान के बारे में भी बताया । उन्होंने कहा कि लोग जागरूक हो रहे हैं और परिवार नियोजन सेवाओं को अपनाने को आगे आ रहे हैं ।
यूपीटीएसयू के परिवार नियोजन विशेषज्ञ ने कार्यशाला में विशेष प्रस्तुतिकरण के माध्यम से परिवार नियोजन के विषय में बताया।
एसीएमओ डॉ. एसपी सिंह ने जिले में चल रहीं विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाने की लोगों से अपील की । उन्होंने स्वास्थ्यगत मुद्दों पर सीफार के कार्यों को भी सराहा और कहा कि समुदाय में योजनाओं के व्यापक प्रचार-प्रसार की जरूरत है । कार्यशाला में उपस्थित मीडिया प्रतिनिधियों ने भी विभिन्न योजनाओं और उनके लाभार्थियों से जुड़े सवाल स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से किये ।
एसीएमओ डॉ. एसपी सिंह ने कार्यशाला में उपस्थित मीडिया प्रतिनिधियों और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और सीफार संस्था के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया । इस मौके पर डीसीपीएम केपी सिंह, डीपीएम पवन कुमार, अर्बन हेल्थ को-ऑर्डिनेटर मोहम्मद युसुफ, यूनिसेफ से डीएमसी अनुराग दीक्षित, चाई संस्था से विजय गर्ग, स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी और सीफार के प्रतिनिधि उपस्थित रहे । कासगंज संवाददाता संजय सिंह 151110069,