राजस्थान में 26 सितंबर को होने वाली राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट) में नकल और अन्य गड़बड़ियों को रोकने के लिए सरकार ने सख्त निर्णय लिए हैं। पिछले दिनों संपन्न हुई पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में परीक्षा केंद्र संचालकों व अन्य कर्मचारियों की मिलीभगत से नकल के कई मामले सामने आए थे। इस वजह से सरकार ने अब रीट परीक्षा में तय किया है कि यदि किसी परीक्षार्थी को नकल कराने में किसी सरकारी अधिकारी या कर्मचारी की मिलीभगत मिली तो उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया जाएगा। इसके साथ ही किसी निजी शिक्षण संस्थान में नकल कराने या पेपर आउट किए जाने जैसे मामले सामने आए तो उसके खिलाफ पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। ऐसे संस्थान की मान्यता समाप्त कर दी जाएगी।
परीक्षार्थियों के लिए निःशुल्क यात्रा की सुविधा
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बृहस्पतिवार को रीट परीक्षा की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक ली। इस दौरान उन्होंने परीक्षार्थियों के लिए नि:शुल्क यात्रा की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। रोडवेज के अतिरिक्त निजी बसों में भी परीक्षार्थी नि:शुल्क यात्रा कर सकेंगे। यह सुविधा 25 से 27 सितंबर तक दी जाएगी। 31 हजार पदों की भर्ती के लिए होने वाली परीक्षा में 23 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं। करीब चार हजार परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की जाएगी। पेपर लीक होने से रोकने के लिए परीक्षा केंद्रों की वीडियोग्राफी कराने और मोबाइल फोन पर पूरी तरह से रोक लगाने का भी निर्णय लिया गया है। सरकारी अधिकारी भी परीक्षा केंद्र के अंदर मोबाइल फोन नहीं ले जा सकेगा। सीएम ने बताया कि परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए रेलवे ने राज्य के विभिन्न जिलों से 11 ट्रेनें चलाने पर सहमति दी है।
देखे राजस्थान से जयलाल नागर की रिपोर्ट 9982499848