राजलदेसर. राष्ट्रीय राज मार्ग 11 पर बुधवार रात थाने से करीब तीन किमी दूर बीकानेर की ओर एक चलती कार में आग लग गई। समय रहते कार में सवार लोग नीचे उतर गए। इस कारण बड़ा हादसा टल गया। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने राजलदेसर नगरपालिका से दमकल मंगवाई। दमकल पहुंचकर आग पर काबू पाने का प्रयाय किया तब तक कार जल चुकी थी। गनीमत रही कि कार चालक की सजगता से उसमें सवार चालक सहित पांचों जनें कार से बाहर आ गए थे। हैडकांस्टेबल शिवभगवान के मुताबिक श्रीडूंगरगढ़ निवासी कार चालक गजानंद नट ने बताया कि बुधवार दोपहर वह अपनी बहन कांता, भाणजा अरूण, भाणजे की पत्नी निशा व पड़ौसी रमजान के साथ कार में सवार होकर रतनगढ में रिश्तेदारी में हुई मौत पर संवेदना व्यक्त करने गए थे। कार गजानंद चला रहा था। रतनगढ़ से वे शाम को वापस श्रीडूंगरगढ के लिए रवाना हुए। करीब रात आठ बजे एनएच 11 पर राजलदेसर से तीन किमी दूर श्रीडूंगरगढ़ की ओर पहुंचे तो कार का पेट्रोल पाइप लीक हो गया। इसी दौरान शॉर्ट सर्किट होने से कार में आग लग गई। आनन-फानन में कार को सड़क किनारे खड़ा कर उसमें सवार पांचों जनें कार से तुरंत बाहर आ गए। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया, कार बुरी तरह जल गई। ऐसे में एक बड़ा हादसा टल गया। पुलिस ने उक्त पांचों जनों को अन्य वाहन से श्रीडूंगरगढ़ भिजवा दिया । इस संबंध में किसी तरह का मामला दर्ज नहीं किया गया है।
धुंआ दिखाई दिया, फिर रोकी कार
कार के चालक गजानंद ने बताया कि रात करीब आठ बजे रतनगढ़ से श्रीडंूगरगढ़ की ओर जा रहा था। इस दौरान राजलदेसर से करीब तीन किमी आगे कार में अचानक धुंआ निकलता हुआ कार के साइड शीशे में दिखाई दिया। इस पर तत्परता दिखाते हुए कार को तुरंत एक साइड में खड़ा किया और कार के दरवाजे खोले। कार में सवार पांच जने जैसे ही बाहर निकले। कार में आग भभक गई। लपटें इतनी तेज थी कि उसे देखकर सभी के चेहरे स्तब्ध रह गए। समय पर सूझबूझ से निर्णय करने पर पांच जिंदगियां बच गई। अन्यथा बड़ा हादसा हो जाता। इसके बाद पुलिस को इसकी जानकारी।