राजस्थान अजमेर नीट में फर्जी परीक्षार्थियों को बैठाकर असल परीक्षार्थी से 30 लाख रुपये तक वसूलने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड सहित पांच आरोपितों को अदालत ने न्यायिक अभिरक्षा के आदेश दिए हैं। रिमांड अवधि पूरी होने पर पुलिस ने इन्हें मंगलवार को अदालत के समक्ष पेश किया था। अब तक कुल 13 आरोपितों को इस मामले में जेल भेजा जा चुका है। प्रकरण के अनुसंधान अधिकारी सीआइ अरविंद चारण ने बताया कि जेल जाने वाले आरोपितों में गिरोह के मास्टरमाइंड बानसूर अलवर निवासी अर्पित स्वामी, सीकर निवासी महेन्द्र सैन, उत्तम नगर वेस्ट दिल्ली निवासी गजेन्द्र स्वामी उर्फ राहुल, बिहार हाल कोटा निवासी मोहम्मद तंजिल, चित्तौड़गढ़ निवासी डा राजन शामिल हैं। पुलिस को नीट फर्जीवाड़ा प्रकरण में अभी एक दर्जन और आरोपितों की तलाश है। इनमें, महेन्द्र चौधरी, मोहित, अजीत व डॉ खुर्शीद, सहित अन्य फर्जी व असल परीक्षार्थी शामिल हैं। पुलिस की टीमें इनकी तलाश में जगह जगह दबिश दे रही है। इससे पहले आरोपित योगेन्द्र स्वामी, अनोज, प्राची, प्रद्युमन सिंह, प्रिया चौधरी, अंकित यादव, प्रवीण मण्डा, व सांवलमल को अदालत के आदेश पर पहले ही हवालात में डाला जा चुका है। अजमेर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक एस सेंगाथिर ने मामले में शिकायत मिलने पर स्वयं के निर्देशन में रेंज कार्यालय के एडिशनल एसपी राजेश चौधरी, एडिशनल एस पी वैभव शर्मा, एडिशनल एसपी डीडवाना विमल नेहरा के नेतृत्व में तीन टीमें बनाकर कई शहरों में दबिश देकर गिरोह का पर्दाफाश किया था।
देखे राजस्थान से जयलाल नागर की रिपोर्ट 9982499848