यूपी के जनपद सम्भल में कैलादेवी धाम पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आने का कार्यक्रम घोषित होने के बाद से किसान संगठन और समाजवादी पार्टी द्वारा भी सीएम को काले झंडे दिखाने का ऐलान किया गया था। पहले से ही ऐलान कर दिए जाने पर पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया। अधिकांश किसान नेताओं को पुलिस ने अपनी निगरानी में कर लिया। अफसरों के समझाने के बाद किसान नेता मान गए और अपनी मांगों के संबंध में राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन अफसरों को सौंपा। वहीं गुन्नौर में विधानसभा अध्यक्ष की पुलिस ने नोंकझेंक हुई। गुन्नौर में पुलिस ने सपाईयों को नजरबंद कर कोतवाली में बैठा लिया।
भाकियू ने मुख्यमंत्री के संभल आगमन पर कृषि कानूनों के विरोध में काले झंडे दिखाने का ऐलान किया था। किसानों के ऐलान के बाद सोमवार को ही जिलेभर में पुलिस प्रशासन सक्रिय हो गया था। अधिकांश किसान नेताओं को पुलिस ने अपनी निगरानी में ले लिया था जबकि कुछ नेता भूमिगत हो गए थे। पुलिस को चकमा देकर भाकियू असली के जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में किसान खिरनी पर एकत्रित होने लगे। सूचना पर कोतवाल राजेश सिंह सोलंकी, सीओ अरूण कुमार सिंह और एसडीएम दीपेंद्र यादव पहुंचे। उन्होंने किसानों से वार्ता कर समझाया और समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया। किसानों ने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन एसडीएम व सीओ को सौंपा। साथ ही कृषि कानून वापस कराने की मांग को लेकर खिरनी पुलिस चौकी पर प्रदर्शन किया। इस दौरान राजपाल सिंह यादव, जयवीर सिंह, अर्जुन सिंह, नाजरीन, अशरफ अली, दीपक शर्मा, दिनेश सिरोही, सत्यवीर सिंह, वीर सिंह आदि मौजूद रहे।
सम्भल से ब्यूरो चीफ सुरेन्द्र सिंह की रिपोर्ट:-151030950