EPaper SignIn

दौ सौ गांवों के निवासियों के आने-जाने के लिए सिर्फ जुगाड़ की नाव
  • 151150206 - NAVNEET KUMAR 0



शाहजहांपुर। /परौर। रामगंगा किनारे बसे 200 गांव के निवासियों के लिए कहीं आना-जाना एक मुश्किल भरा सफर होता है। बारिश दुश्वारियां ही लेकर आती है। क्योंकि गांव वाले आम दिनों में एक पैंटून पुल से गुजरते हैं। बारिश के दिनों में जब नदी उफान मारती है तो पुल बह जाता है। फिर वे नाव के सहारे हो जाते है।परौर क्षेत्र में रामगंगा की कटरी क्षेत्र के वासी आजादी के बाद से रामगंगा पर स्थायी पुल की मांग करते चले आ रहे हैं, लेकिन जनप्रतिनिधियों की बेरुखी के चलते शासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। क्षेत्र के लोगों को मजबूरी में टीन काटकर बनाई गई जुगाड़ की नाव के सहारे रामगंगा पार करनी पड़ती है। कई बार नाव पलटने से लोगों की मौतें भी हो चुकी है, लेकिन जान जोखिम डालकर लोग रामगंगा पार करते हैं।
परौर क्षेत्र में रामगंगा की कटरी क्षेत्र के वासी आजादी के बाद से रामगंगा पर स्थायी पुल की मांग करते चले आ रहे हैं, लेकिन जनप्रतिनिधियों की बेरुखी के चलते शासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। क्षेत्र के लोगों को मजबूरी में टीन काटकर बनाई गई जुगाड़ की नाव के सहारे रामगंगा पार करनी पड़ती है। कई बार नाव पलटने से लोगों की मौतें भी हो चुकी है, लेकिन जान जोखिम डालकर हालांकि, रामगंगा पर पुल का सर्वे काफी पहले हो चुका है, लेकिन अभी तक निर्माण शुरू नहीं हुआ है। कटरी में बसे मोहनपुर, गोलागंज, नारायणनगर, कुंडरिया, शक्ति नगला, रुठेली, दहेलिया, हैदलपुर, कादराबाद, मंझा, कुंडरी आश्रम, अमृतापुर, ककोड़ा आंधी आदि गांव के लोगों को खेतों की तरफ जाने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है। यही नहीं, रामगंगा के दूसरी ओर बसे बोझी, बिलिया, मकरंदपुर, कोहना, मगरटा, बरुआ, धिंयरई, मोहनिया आदि गांवों के लोगों को तहसील तक जाने के लिए नाव भी सुलभ नहीं हो पाती।
मजबूरी में उन्हें इलाज अथवा घर-गृहस्थी के कामों के लिए 10-12 किमी ज्यादा दूरी तय करके मदनापुर जाना पड़ता है। वीरपाल सिंह, राजपाल, हरिश्चंद्र सिंह, अवधेश शुक्ला, मानवेंद्र शुक्ला, सुरेंद्र सिंह यादव, सुखेंद्र पाल यादव, सुधाकर गुप्ता, राम गोपाल गुप्ता, भगवान दास, रामकृपाल, अरविंद गुप्ता, राजीव सिंह चौहान आदि ने रामगंगा पर पक्का पुल जल्द बनवाने की मांग दोहराई है।
कटरा विधायक वीर विक्रम सिंह ने बताया कि परौर क्षेत्र में रामगंगा पर पक्का पुल बनवाने के लिए प्रयासरत हूं। इसके लिए सर्वे कराने पर पक्के पुल पर 1.67 अरब रुपये की लागत आने का अनुमान लगाया गया है। पुल के निर्माण का प्रस्ताव लोक निर्माण विभाग के माध्यम से जल्द शासन को भिजवाया जाएगा। तटवर्ती गांवों के लोगों की दिक्कत को देखते परौर एक पैंटून पुल स्वीकृत करा दिया है।
परौर की ग्राम प्रधान चांदनी माथुर का कहना है कि कटरी क्षेत्र के लिए रामगंगा पर पक्के पुल की आवश्यकता है। पुल नहीं होने से अक्सर ग्रामीणों के साथ हादसे हो जाते हैं। इस समस्या पर जनप्रतिनिधियों व सरकार को गंभीरता से विचार करना चाहिए। ग्राम पंचायत की ओर से पुल निर्माण का प्रस्ताव पास कराकर शासन को भेजा जाएगा। रामगंगा पार करते हैं।


Subscriber

173797

No. of Visitors

FastMail

नई दिल्ली - केजरीवाल टिप्पणी मामले में विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी राजनयिक को किया तलब     नई दिल्ली - जेल से नहीं चलेगी दिल्ली सरकार, एलजी वीके सक्सेना ने कह दी बड़ी बात