शाहजहांपुर। भाद्रपद पूर्णिमा (पितृ आगमन पूर्णिमा) के अवसर पर ढाईघाट गंगातट पर हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाकर पूर्वजों को के लिए तर्पण किया। गंगा पुरोहितों को दान-पुण्य किया। श्रद्धालुओं ने पितरों की सेवा और सम्मान का संकल्प लेकर पितृ पक्ष में घर आने के लिए आमंत्रित किया। वहीं हजारों श्रद्घालुओं के उमड़ने से जलालाबाद-ढाईघाट मार्ग पर लंबे जाम से लोगों के पसीने छूट गए। पुलिस के तमाम प्रयासों के बावजूद दिनभर वाहन रेंग-रेंगकर चलते रहे।सोमवार सुबह से ही ढाईघाट जाने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। हजारों वाहनों के आवागमन से जलालाबाद-ढाईघाट मार्ग पर ग्राम चौरा के आगे जाम लग गया। सुबह लगभग आठ बजे से लगे जाम की सूचना पर मिर्जापुर थाना प्रभारी मानबहादुर सिंह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिसकर्मी कतार में वाहनों को निकालने का प्रयास करते रहे लेकिन जाम नहीं खुल सका। तेज धूप और उमस में सुबह आठ बजे से करीब दो बजे तक जाम लगे रहने से कई श्रद्धालु बिना स्नान किए ही वापस लौट गए।वहीं तमाम लोगों ने ग्राम कमथरी के निकट गंगा स्नान कर लिया। ढाईघाट-गंगातट पर हर अमावस्या और पूर्णिमा पर गंगा स्नान का मेला लगता है। इस मेले में जिले के अलावा हरदोई, फर्रुखाबाद, बदायूं, बरेली, लखीमपुर, पीलीभीत आदि जिलों के श्रद्धालु गंगा स्नान करने आते हैं। प्रशासन ढाईघाट में प्रत्येक पूर्णिमा पर लगने वाले मेले में कोई व्यवस्था नहीं करता है। जाम लगने पर क्षेत्रीय पुलिस पहुंच जाती है। जबकि श्रद्धालु हर पूर्णिमा पर यातायात पुलिस, पेयजल, सफाई, सुरक्षा आदि की व्यवस्था किए जाने की मांग करते आ रहे हैं।