किसान परिवार की बेटी शिखा सहलौत का उत्तर प्रदेश महिला अंडर-19 टीम में दम देखने को मिलेगा। 23 सदस्यीय उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन वुमेंस स्क्वाड में जगह बनाने वाली शिखा 28 सितंबर से गुजरात में होने वाले महिला अंडर-19 वन-डे ट्रॉफी में विदर्भ टीम के खिलाफ ओपनिंग बल्लेबाजी करतीं नजर आएंगी। अटौर नंगला गांव निवासी शिखा की सफलता के पीछे खेती करने वाले पिता योगेश कुमार का लंबा संघर्ष छिपा है। पांच बहन भाइयों में शिखा तीसरे नंबर की हैं। ऐसे में उनके प्रशिक्षण, महंगी किट के लिए पिता को बाकी बच्चों के खर्चों तक में कटौती करनी पड़ी। योगेश कुमार ने बताया कि बेटी नवजीवन इंटर कॉलेज फरुखनगर में 11वीं की छात्रा है। सातवीं क्लास तक वह गांव में कबड्डी और दौड़ के मुकाबलों में भाग लेती थी। लेकिन एकाएक क्रिकेट खेलने का जुनून सवार हो गया। गांव अटौर नंगला और मोरटी के खेल मैदान में बच्चों के साथ क्रिकेट खेलना शुरू किया। उसके अच्छे खेल, कड़ी मेहनत को देखकर कोच राहुल चौधरी ने उसे प्रशिक्षण देना शुरू किया। उन्होंने बताया कि क्रिकेट खेल में बेटी के आगे बढ़ने के साथ खर्चे भी बढ़ते चले गए। खेती से जैसे तैसे पांच बच्चों के खर्चों की पूर्ति कर पाता था। लेकिन क्रिकेट में शानदार खेल दिखा रही बेटी की ख्वाहिशों को पूरा करने के लिए उन्होंने खर्चों की परवाह नहीं की। शिखा की सभी जरूरतों को पूरा किया। कई बार तो दूसरों तक से मदद लेनी पड़ी। बेटी की सफलता को मां अंजू देवी और बड़ी बहन शिवानी व अमीषा ने उसकी कड़ी मेहनत, लगन और क्रिकेट के प्रति समर्पण का परिणाम बताया।