जोधपुर. देश के सर्वश्रेष्ठ अध्ययन संस्थानों में शामिल भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आइआइटीज) में पढ़ाई का अर्थ अब तक केवल इंजीनियरिंग की डिग्री समझा जाता था लेकिन अब आइआइटीज ने आट्र्स और कॉमर्स के छात्रों के लिए भी अपने दरवाजे खोलने शुरू कर दिए हैं। आइआइटी जोधपुर सहित सात आइआइटी ने एमए, बीए जैसे पाठ्यक्रम ऑफर किए हैं। हालांकि अभी अधिकांश आइआइटीज स्नातकोत्तर डिग्री ही ऑफर कर रही है। नई शिक्षा नीति के कारण आने वाले समय में सामान्य विश्वविद्यालयों में होने वाली इतिहास, संगीत व चित्रकला जैसे विषयों की स्नातक डिग्री भी आइआइटी में हो सकेगी।
देश में २३ आइआइटी है। सामान्यत: इसमें बीटैक और एमटैक पाठ्यक्रम संचालित होता है। इसमें जेईई एडवांस परीक्षा के जरिए प्रवेश मिलता है। कुछ समय पहले बायो इंजीनियरिंग, बायोटैक व लाइफ साइंस जैसे पाठ्यक्रम शुरू किए गए। नई शिक्षा नीति-२०२० के अंतर्गत सभी विश्वविद्यालयों और संस्थानों को मल्टी डिसिप्लनरी बनाने के प्रावधान के चलते अब आट्र्स विषय के पाठ्यक्रम शुरू किए जा रहे हैं। इसमें जेईई एडवांस के बगैर केवल संस्थान स्तर पर आयोजित प्रवेश परीक्षा के जरिए प्रवेश दिया जा रहा है।
राजनीतिक विज्ञान, समाजशास्त्र जैसे विषयों में एमए
वर्तमान में 3 आइआइटी गांधीनगर, मद्रास और गुवाहाटी की ओर से कला विषय में एमए पाठ्यक्रम की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। छात्र-छात्राएं राजनीतिक विज्ञान, समाजशास्त्र, भूगोल, दर्शनशास्त्र, सामाजिक कार्य और भाषा जैसे विषय में एमए कर सकते हैं। इसके लिए प्रवेश परीक्षा के जरिए प्रवेश होता है।
जोधपुर सहित सात आइआइटी में एमबीए
देश की कुछ आइआइटी मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) पाठ्यक्रम की सुविधा उपलब्ध करवा रही है। जोधपुर के अलावा इसमें आइआइटी बोम्बे, दिल्ली, मद्रास, रुडक़ी, कानपुर, धनबाद और खडक़पुर शामिल है। इसमें विद्यार्थियों को कैट परीक्षा के अंकों के आधार पर प्रवेश मिलता है।
डिजाइनिंग में स्नातक व स्नातकोत्तर
चार वर्षीय बैचलर ऑफ डिजाइनिंग पाठ्यक्रम आइआइटी बोम्बे, हैदराबाद और गुवाहाटी की ओर से करवाया जा रहा है। डिजाइनिंग में मास्टर डिग्री इन तीन आइआइटीज के अलावा दिल्ली और कानपुर में भी उपलब्ध है। डिजाइनिंग पाठ्यक्रम के लिए भी प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाता है।