फ़ास्ट न्यूज़ इंडिया प्रदेश प्रतिनिधि राजस्थान जयलाल नागर 151113047
राजस्थान के कई जिलों में मानसून सक्रिय है। मौसम विभाग ने अगले दो दिन में भारी बारिश की संभावना जताई है। पिछले दो दिन से हो रही तेज बारिश के कारण कोटा संभाग में नदियां उफान पर हैं। कोटा बैराज से पानी की निकासी के बाद कई इलाकों में पानी भर गया है। इसके चलते निचले क्षेत्र में बसे गांवों में प्रशासन से अलर्ट जारी किया है। झालावाड़ में काली सिंध बांध के 14 गेट खोलकर दो लाख 19 हजार 500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। नदियों में पानी की आवक बढ़ने से खातौली-पार्वती नदी की पुलिया पर तीन फीट पानी आ गया है। कोटा-ग्वालियर मार्ग पर पानी की आवक तेज होने से आवागमन अवरुद्ध हो गया। राजस्थान और मध्य प्रदेश के बीच संपर्क कट गया है।
झालावाड़ और कोटा के कई गांवों का जिला मुख्यालयों से संपर्क कट गया है। कैथूदा चंबल पुल पर पानी भर गया है। कालीसिंध नदी में तेजी से पानी की आवक लगातार बढ़ रही है। भीम सागर बांध का भी एक गेट खोला गया है। मौसम विभाग ने सिरोही, उदयपुर, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ जिलों में आरेंज अलर्ट जारी किया है। यहां कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। जयपुर, जोधपुर, जालौर, पाली, नागौर, भरतपुर, सवाई माधोपुर, अजमेर, करौली और अलवर जिलों में धूलभरी आंधी के साथ बारिश की चेतावनी जारी की गई है। राज्य में अब तक 415 एमएम बारिश हो चुकी है। पूर्वी राजस्थान के जिलों में सामान्य से छह फीसद ज्यादा बारिश हुई है। वहीं, पश्चिमी राजस्थान में औसत बारिश से दो फीसद कम हुई है
गौरतलब है कि उदयपुर जिले के कई बांध लबालब होने को हैं और कुछ ओवरफ्लो हो चुके हैं। जिले के सबसे बड़े बांधों में शामिल देवास प्रथम के गेट खोल दिए गए हैं। पीछोला झील लबालब हो चुकी है। फतहसागर झील में दोनों ओर पानी की आवक बनी हुई है, जबकि सीसारमा नदी छह फीट बह रही है। लेक सिटी उदयपुर में बुधवार को भी मौसम अजूबे की तरह रहा। कभी अचानक बारिश हुई तो अचानक तेज धूप भी खिल गई। इस तरह बारिश का क्रम जारी है। हालांकि उदयपुर जिले में बारिश को लेकर आरेंज अलर्ट जारी कर रखा है और निचली बस्तियों के लोगों को सचेत रहने के लिए कहा गया है।