"है कौन विघ्न ऐसा जग में ,
टिक सके आदमी के मग में ?
ख़म ठोंक ठेलता है जब नर ,
पर्वत के जाते पाँव उखड" |
मानव जब जोर लगाता है,
पत्थर पानी बन जाता है |
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों द्वारा स्थापित स्वयं सेवी संगठन मातृभूमि सेवा ट्रस्ट के तत्वावधान में आर.के नेत्रालय महमूरगंज वाराणसी द्वारा आज भी पूर्व की भाँति गरीबों और बेसहारों के लिए निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर का शनिवार को आयोजन किया गया। जिसमें आज कुल 14 (चौदह) मरीजों के मोतियाबिंद का अद्यतन फेंको विधि से आपरेशन एवं लेन्स प्रत्यारोपण किया गया। आर.के नेत्रालय वाराणसी के व्यवस्थापक मिथिलेश पाण्डेय ने आपरेशन में शामिल डा.वन्दना यादव एवं डा.जतिन सहित सभी सदस्यों को धन्यवाद दिया तथा सभी मरीजों के स्वस्थ होने के लिए शुभकामनाएं दी। वाराणसी से कृष्ण कुमार की रिपोर्ट 151115387