गाजियाबाद। हॉट सिटी के लोग साइबर ठगों के निशाने पर हैं। पिछले चार साल में यहां साइबर ठगी के मामले चार गुना बढ़ गए हैं। 2018 में हर माह साइबर ठगी के अधिकतम 140 मामले आते थे। अब आंकड़ा 550 पार पहुंच गया है। जबकि अन्य अपराध का ग्राफ नीचे गिरा है। लूट, हत्या, डकैती, चोरी और अपहरण की वारदात लगभग आधी हो गई हैं।
साइबर सेल के आंकड़ों के मुताबिक, 2018 में जनवरी से जुलाई तक साइबर ठगी के 867 मामले सामने आए थे, जबकि इस साल सात माह में यह आंकड़ा 3693 पहुंच गया है। सर्वाधिक ठगी बैकिंग फ्रॉड व क्रेडिट कार्ड के जरिये हुई। 2018 में सात माह में 273 मामले आए तो 2021 में बढ़कर 1291 पहुंच गए हैं। दूसरे नंबर पर एटीएम के जरिये हुए ठगी के मामले हैं। 2018 में जनवरी से जुलाई तक इस तरह के 116 केस आए, जबकि इस साल इस अवधि में 380 केस सामने आ चुके हैं। बढ़ रहे सोशल मीडिया के माध्यम से ठगी के केस
चार साल के आंकड़ों पर गौर करें तो सोशल प्लेटफार्म के जरिये ठगी का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। साइबर जालसाज सबसे ज्यादा फेसबुक और दूसरे नंबर पर व्हाट्सएप को जरिया बना रहे हैं। 2018 में जनवरी से जुलाई तक सोशल मीडिया के जरिये ठगी के 192 मामले सामने आए। इस साल इस अवधि में यह आंकड़ा 526 पहुंच गया। इनमें से 234 लोगों के साथ फेसबुक, 115 व्हॉट्सएप, 31 इंस्टाग्राम और 71 ट्विटर के जरिये साइबर अपराध हुआ।
चार वर्षों में साइबर अपराध का आंकड़ा
माह 2018 2019 2020 2021
जनवरी 117 123 167 372
फरवरी 119 173 195 332
मार्च 128 225 226 617
अप्रैल 135 252 257 397
मई 110 281 422 453
जून 137 293 391 596
जुलाई 120 245 320 618
अन्य अपराध का गिरा ग्राफ (जनवरी से जुलाई)
अपराध 2019 2020 2021
लूट 65 22 22
डकैती 04 02 01
वाहन चोरी 2297 887 1145
अन्य चोरी 568 278 373
हत्या 58 33 33
दुष्कर्म 53 15 18
इस साल साइबर सेल की कार्रवाई
- 165 व्यक्ति ठगी में गिरफ्तार हुए।
- 42 गिरोहों का खुलासा हुआ।
- 62 लाख रुपये पीड़ितों के वापस दिलाए।
- 01 नाइजरियन भी ठगी में गिरफ्तार हुआ।
साइबर ठगी होने पर यहां करें शिकायत
- एनसीसीआरपी (नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल) पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
- यूपी कॉप एप में साइबर अपराध की शिकायत दर्ज करने का अलग विकल्प है।
- केंद्र सरकार द्वारा जारी 155260 नंबर मिलाकर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
- cybercrime.gov.in पर भी शिकायत दर्ज कराई जा सकती है।
जानकारी के अभाव में हो रहे साइबर ठगी के शिकार
जानकारी के अभाव में लोग साइबर ठगी का शिकार हो रहे हैं। किसी भी सोशल साइट, पेमेंट एप या ऑनलाइन ट्रांजेक्शन का इस्तेमाल करने से पहले उसके सेफ्टी टिप्स और मैनुअल की जानकारी जरूर कर लें। खाते की जानकारी किसी भी सूरत में ऑनलाइन या कॉल के जरिये न दें। ऑनलाइन ट्रांजेक्शन, पेमेंट एप और सोशल अकाउंट का पासवर्ड जटिल रखे।