मध्य प्रदेश उज्जैन ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर के विस्तार और सुंदरीकरण के साथ अब दर्शन व्यवस्था को हाईटेक बनाने की तैयारी की जा रही है। कहा गया है कि मंदिर में प्रवेश के लिए मेट्रो स्टेशन की तरह सेंसर बेरिकेडिंग लगाई जाएगी। श्रद्धालुओं को टोकन दिए जाएंगे, जिन्हें आगे चलकर मशीन में स्वैप करने पर ही वे मंदिर के भीतर प्रवेश कर पाएंगे
पहले चरण में यह सुविधा वीआइपी श्रद्धालुओं के लिए बनाए गेट क्रमांक 4 और 5 पर शुरू की जाएगी। इस व्यवस्था से मंदिर की सशुल्क दर्शन व्यवस्था में सुधार होगा। महाकाल मंदिर में किस दिन, कितने लोगों ने प्रवेश किया, यह संख्या पता करने को गेट पर हेड सेंसर मशीन भी लगाई जाएगी। इस कार्य योजना को धरातल पर उतारने के लिए उज्जैन स्मार्ट सिटी कंपनी के सीईओ जितेंद्रसिंह चौहान, एडिशनल एसपी अमरेंद्र सिंह, मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़, सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने गुरुवार को मंदिर का निरीक्षण किया। टोकन स्वैप मशीन किस जगह लगाई जाएगी, स्थान तय किया। मालूम हो कि गेट नंबर 4 और 5 से 100 रुपये शुल्क लेकर श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जा रहा है। कहा गया है कि कई लोग अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर बगैर शुल्क दिए इस गेट से प्रवेश करते हैं। इससे शुल्क देकर प्रवेश किए श्रद्धालु परेशान और असहज होते हैं।
मन्नात धारियों ने निशान चढ़ाकर की पूजा अर्चना
घट्टिया। तेजा दशमी पर्व पर गुरुवार को मन्नातधारियों ने निशान-छतरियां चढ़ाकर पूजा अर्चना की। बुधवार रात तेजाजी के खेल का आयोजन कर रात्रि जागरण किया।मान्यता के अनुसार मन्नात पूरी होने पर शाम 4 बजे तेजाजी मंदिर पर निशान चढ़ाकर महा आरती का आयोजन कर दिन भर ग्रामीण जन व्रत रखकर ढोल धमाके से निशान का जुलूस निकालकर लाते हैं व निशान चढ़ाकर पूजा अर्चना करते हैं। पंडा सत्यनारायण रावल ने पूजा अर्चना कर निशान चढ़ाए।