एक तरफ जहां रोडवेज़ और पी.आर.टी.सी. के कर्मचारी अपनी मांग मनवाने के लिए कई दिनों से संघर्ष कर रहे है, तो वही आज मोगा के बस अड्डे पर संघर्ष छोड़ कर ड्यूटी पर पहुंचे कंडक्टर के साथ बस कर्मचारियों ने कथित तौर पर धक्केशाही की। कर्मचारियों ने बस कंडक्टर के हाथो मे चूड़ियां पहनाई और सिर पर दुपट्टा दिया। फरीदकोट डीपू का यह कंडक्टर जैसे ही बस लेकर मोगा के बस अड्डे पर सवारियां उतारने लगा तो बस अड्डे के अंदर बैठे मुलाजिम एकदम गुस्से मे आ गए और बस कंडक्टर के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यह कंडक्टर मुलाजिमों की हक के लिए रखे संघर्ष को कमजोर करने के लिए ऐसा कर रहा है। उन्होने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नही होती, तब तक यह संघर्ष जारी रहेगा। जबकि फरीदकोट डीपू के कंडक्टर का कहना है कि वह भी पहले संघर्ष में शामिल रहे लेकिन उनके घर की हालत ठीक नही है, इस वजह से उन्हें नौकरी पर आना पड़ा ।