शाहजहांपुर पुलिस ने देर रात मुठभेड़ में 25 हजार के दो इनामी बदमाशों को गिरफ्तार किया है। बदमाश बच्चू और बब्बू से जब पुलिस पूछताछ हुई तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। बच्चू ने बताया कि 8 दिन पहले यानी 8 सितंबर को उसने शाहजहांपुर में दिनदहाड़े बदमाश नारायण कश्यप की गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद वह फरार हो गया था।पूछताछ में बच्चू ने नारायण कश्यप को मारने का कारण भी बताया। कहा कि कश्यप ने 18 साल पहले यानी 2003 में उसके पिता और भाई की हत्या कर दी थी। तब वह 13 साल का था, इसलिए बदला नहीं ले पाया था। अब जाकर उसका बदला पूरा हुआ।नारायण कश्यप, शाहजहांपुर का नामी बदमाश हुआ करता था। 18 साल पहले उसने वर्चस्व कायम करने की वजह से सरेआम बच्चू के पिता ब्रहम स्वरुप और भाई अंशुमान कश्यप की हत्या कर दी थी। उस समय बच्चू की उम्र मात्र 13 साल की थी। बच्चू उस समय कक्षा 8 का छात्र था। नारायण कश्यप जब जमानत पर बाहर आया और उसी मोहल्ले में रौब गांठने लगा तो बच्चू ने पिता और भाई की हत्या का बदला लेने की ठान ली।बच्चू ने उस वक्त पढ़ाई छोड़ दी। इसके बाद उसने कम उम्र में ही नारायण से दोस्ती कर ली। जिसके बाद उसका उठना-बैठना नारायण के साथ हो गया। बच्चू भी अपराध की दुनिया में उतर गया और वह हर काम करने लगा। जिससे उसके ऊपर अपराधी का ठप्पा लग सके। बच्चू ने पुलिस को बताया कि वह नारायण के कहने पर आपराधिक वारदातों को भी अंजाम देता बच्चू ने पुलिस को बताया कि वह रोज नारायण को सिगरेट पिलाता था। 8 सितंबर की रात भी जब नारायण मोहल्ले में पहुंचा तो बच्चू ने उसे सिगरेट पिलाई। फिर अपने साथी बब्बू के साथ मिलकर उसे पांच गोलियां मार दी। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बच्चू ने 18 साल बाद अपने पिता और भाई की हत्या का बदला ले लिया था।नारायण कश्यप, शाहजहांपुर का नामी बदमाश हुआ करता था। 18 साल पहले उसने वर्चस्व कायम करने की वजह से सरेआम बच्चू के पिता ब्रहम स्वरुप और भाई अंशुमान कश्यप की हत्या कर दी थी। उस समय बच्चू की उम्र मात्र 13 साल की थी। बच्चू उस समय कक्षा 8 का छात्र था। नारायण कश्यप जब जमानत पर बाहर आया और उसी मोहल्ले में रौब गांठने लगा तो बच्चू ने पिता और भाई की हत्या का बदला लेने की ठान ली।बच्चू ने पुलिस को बताया कि वह रोज नारायण को सिगरेट पिलाता था। 8 सितंबर की रात भी जब नारायण मोहल्ले में पहुंचा तो बच्चू ने उसे सिगरेट पिलाई। फिर अपने साथी बब्बू के साथ मिलकर उसे पांच गोलियां मार दी। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बच्चू ने 18 साल बाद अपने पिता और भाई की हत्या का बदला ले शहर के बीचो-बीच घटना होने पर एसपी एस आनंद ने दोनों आरोपियों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया था। घटना के बाद दोनों अपने मोबाइल बंद कर लोनी भाग गए थे। दोनों की लोकेशन भी पुलिस ट्रेस नहीं कर पा रही थी। खर्च के रुपये खत्म होने के बाद दोनों आरोपी बीती रात कुछ रुपये लेने के लिए शहर आए थे। तभी पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर दोनों आरोपियों की घेराबंदी की तो दोनों ने पुलिस पर फायरिंग करना शुरू कर दी। पुलिस ने आवास विकास गोल चक्कर के पास से दोनों आरोपियों को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद पुलिस ने आरोपियों को जेल भेज दिया है।