वाराणसी। एक बारगी फिर गंगा का जल स्तर तेजी से बढऩे लगा है। केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक गुरुवार की रात आठ बजे तक चार सेंटीमीटर प्रतिघंटा से जल स्तर में बढ़ाव दर्ज किया गया। इससे पहले तीन सेंटीमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से जल स्तर बढ़ रहा था। रात आठ बजे बनारस में गंगा का जल स्तर 64.55 मीटर था।
गंगा में जल स्तर बढऩे से एक-एक कर घाट डूबने लगे हैं। किनारे के रहनवारों की धुधधुकी बढ़ गई है। चिंता में परिवार है। सुरक्षित ठिकानों की तलाश कर ली गई है। यदि जल स्तर में ऐसे ही बढ़ाव होता रहा तो उन्हें घर छोडऩा पड़ेगा। गंगा में जल स्तर बढऩे से वरुणा में पलट प्रवाह हुआ है। इससे वरुणा कारिडोर डूब गया है। पुलकोहना, सरैयां आदि इलाके में पानी घुसने को बेताब है। नालों के रास्ते इन निचले इलाकों में पानी प्रवेश करता है।
प्रयागराज से बढ़ रहा जल स्तर
गंगा का जल स्तर फाफामऊ से शुरू होगा। प्रयागराज आते-आते तेजी से बढ़ने लग रहा है। यह केन, बेतवा, यमुना में जल स्तर बढ़न से हो रहा है। चूंकि, बारिश उत्तर प्रदेश के साथ ही मध्य प्रदेश व राजस्थान में भी हो रही है। इससे गंगा की यह सहायक नदियां भी ऊफान पर हैं। प्रयागराज में गुरुवार की शाम छह बजे गंगा का जल स्तर तीन सेंटीमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से बढ़ रहा था। जल स्तर 77.41 मीटर था। वहीं, मीरजापुर में इस समायवधि में छह सेंटीमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से जल स्तर बढ़ रहा था। जल स्तर 70.45 मीटर था।
यहां से शुरू होगा बनारस में खतरा
-70.262 मीटर चेतावनी बिंदु
-71.262 खतरे का निशान
-73.901 बाढ़ का उच्चतम बिंदु | कृष्ण कुमार की रिपोर्ट 151115387