मोदीनगर (गाजियाबाद)। देश के विख्यात हास्य कवि पद्मश्री डॉ. सुनील जोगी से साढ़े आठ लाख रुपये के फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। उनका कहना है कि फ्लैट की बुकिंग कैंसिल होने पर बिल्डर ने उन्हें कैश और साढ़े आठ लाख रुपये के चेक दिए। चेक बैंक में लगाए तो बिल्डर ने यह कहते हुए पेमेंट रुकवा दी कि चेक चोरी हो गए हैं। इतना ही नहीं, बिल्डर ने हवाला दिया कि चेक चोरी होने की बात उन्होंने बताई थी। मोदीनगर पुलिस ने बिल्डर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
मोदीनगर निवासी मुकेश गर्ग दिल्ली-मेरठ मार्ग पर सीकरी कलां गांव के पास अपार्टमेंट बना रहे हैं। इंदिरापुरम केअहिंसा खंड निवासी कवि डॉ. सुनील जोगी ने करीब नौ साल पहले इस अपार्टमेंट में 18 लाख रुपये का एक फ्लैट बुक किया था। समय पर कब्जा न मिलने के कारण उन्होंने बुकिंग कैंसिल कर दी थी। जिसके बाद बिल्डर मुकेश गर्ग ने उन्हें कुछ पैसे नकद और साढ़े आठ लाख रुपये का चेक दिए। डॉ. सुनील जोगी ने बताया कि बैंक में चेक लगाने पर वह बाउंस हो गए। उन्होंने बैंक से जानकारी मांगी तो पता चला कि खाताधारक ने यह चेक चोरी हुए दर्शाए हैं। उनका आरोप है कि भुगतान न करना पड़े, इसलिए मुकेश ने बैंक से चेक का भुगतान रुकवा दिया। इसके बाद डॉ. सुनील जोगी ने इस संबंध में एसएसपी को शिकायत पत्र दिया था। पहले पेमेंट रुकवाई फिर नोटिस भी भेज दिया
डॉ. सुनील जोगी के मुताबिक बिल्डर ने यह कहते हुए चेक का भुगतान रुकवाया कि उन्होंने चेक चोरी होने की बात कही थी और इस संबंध में शिकायत भी की थी। डॉ. जोगी का कहना है कि उन्होंने न तो कभी चेक चोरी होने की बात कही और न ही कोई शिकायत दर्ज कराई। मुकेश गर्ग ने पहले तो उनका भुगतान रुकवा दिया और फिर वकील के जरिये उन्हें नोटिस भी भिजवा दिया। मोदीनगर एसएचओ मुनेंद्र सिंह ने बताया कि मुकेश गर्ग के खिलाफ धोखाधड़ी, झूठी सूचना देने सहित अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है।
पूरा भुगतान होने के बाद लगाए चेक : बिल्डर
मुकेश गर्ग का कहना है कि डॉ. सुनील जोगी को कैश के अलावा साढ़े 8 लाख रुपये के चेक दिए थे। डॉ. सुनील जोगी ने उन्हें बताया कि चेक चोरी हो गए हैं। इसलिए उन्हें 8.5 लाख का नगद भुगतान कर दिया गया। पूरा भुगतान होने के बावजूद डॉ. सुनील जोगी ने 2020 में चेक बैंक में लगाए, जिसके चलते उन्हें नोटिस भेजा गया है। पूरे भुगतान की डिटेल उनके पास है। सुनील जोगी का उन पर कोई बकाया नहीं है।