राजस्थान में उदयपुर जिले के भैंसड़ा खुर्द क्षेत्र की खदान में डूबने से दो बच्चों की मौत हो गई। इसके चलते गांव में मातम छा गया। दोनों के अंतिम संस्कार रविवार दोपहर किए गए। भैंसड़ा खुर्द गांव के आसपास कई खदानें हैं। मानसून के चलते कई खदानों में पानी भर गया और आसपास गांवों के लोग खदानों में ही नहाते हैं। जिनमें बच्चे भी होते हैं। शनिवार को भैंसड़ा खुर्द के पांच बच्चे भी खदान में नहाने चले गए थे। गहरे पानी में जाने पर वह डूबने लगे। बच्चों का शोर सुनकर ग्रामीण दौड़कर आए और तीन बच्चों को उन्होंने बचा लिया, जबकि दो बच्चे पानी में डूब गए। जिनके बारे में बच्चों ने बताया कि वह गांव के मोहन गमेती की चौदह वर्षीय पुत्री तथा मांगीलाल गमेती का दस वर्षीय पुत्र नरेश हैं। जिनके शवों की तलाशी की गई। देर रात ग्रामीण दोनों बच्चों के शव निकालने में सफल हुए और उनके शव खेमली स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाए गए। जहां सोमवार दस बजे बाद उनके शवों के पोस्टमार्टम हो पाए। जिसके बाद शव उनके परिजनों के हवाले कर दिए। दो बच्चों की असामायिक मौत से गांव में मातम छा गया। गांव में रविवार सुबह किसी भी घर में चूल्हे नहीं जले। जिन बच्चों को इस घटना में बचा लिया गया। उन्होंने बताया कि वह बारिश में नहाते-नहाते खदान की ओर चले गए थे और खदान में तैरने उतर गए थे। अकसर वह खदान में तैरते थे, लेकिन शनिवार को जलस्तर बढ़ने का उन्हें पता नहीं चला और उनके दो साथी डूब गए। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों मंगलवाड़ क्षेत्र में तालाब में नहाते समय पांच बच्चों की डूबने से मौत हो गई थी। जिला प्रशासन ने ग्रामीणों से आग्रह किया है कि वह अपने बच्चों को तालाब और अन्य जलाशयों या जल भंडारण क्षेत्रों से दूर रखें। उन्हें अकेले नहाने नहीं भेजे और ना ही उन्हें जाने दे
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